IMD ने उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश के जिलों और ओडिशा के दक्षिणी हिस्सों में समुद्री चक्रवात की आशंका जताते हुए जारी किया एसाइक्लोन अलर्ट

भारत में मानसून दिन पर दिन तीव्र रूप धारण कर रहा है. अब इन सभी के बीच एक बार फिर से तटीय राज्यों पर चक्रवात का खतरा मंडराने लगा है। जी हाँ, हाल ही में भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश के जिलों और ओडिशा के दक्षिणी हिस्सों में समुद्री चक्रवात की आशंका जताते हुए एसाइक्लोन अलर्ट जारी किया है। हाल ही में अपने नए अपडेट में आईएमडी ने कहा है कि, ‘बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनाया गया, जिसकी वजह से जो अगले 12 घंटों में एक चक्रवाती तूफान में तेज होने की संभावना है।’

आप सभी जानते ही होंगे कि बीते साल भी भारतीय तटों पर एक के बाद एक कई समुद्रीय चक्रवातों ने तबाही मचाई थी। जी दरअसल साल 2020 में बंगाल की खाड़ी ने तीन चक्रवाती तूफान उत्पन्न हुए, जबकि अरब सागर से दो चक्रवाती तूफान आए। इन तूफानों ने कई लोगों की जिंदगी को तहस-नहस कर दिया था. अब इस साल भी भारतीय मौसम विभाग ने एसाइक्लोन को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। मिली जानकारी के तहत बंगाल की खाड़ी से बनने वाले इस चक्रवात का असर ओडिशा और आंध्र प्रदेश में देखने को मिल सकता है।

इन दोनों राज्यों में एसाइक्लोन अलर्ट जारी करते हुए मौसम विभाग ने कहा है, ‘चक्रवाती तूफान का रूप शनिवार और रविवार को दो दिनों तक इसी रूप में बना रह सकता है और सोमवार को इसके कमजोर होने की संभावना है।’ यह भी कहा जा रहा है कि इस तूफान के 26 सितंबर की पूर्व संध्या तक कलिंगपट्टनम के आसपास दक्षिण ओडिशा उत्तरी तटों को पार करने की संभावना है।

E-Paper