
पिछले साल कोरोना की वजह से किए गए लॉकडाउन को आज पूरा एक साल हो गया है और इस एक साल में हमारे जीवन में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। जहां पब्लिक प्लेसेज भी जाना कम हो गया है, वहीं तकनीक क्षेत्र भी काफी बदला हुआ नजर आ रहा है। लॉकडाउन की वजह से सबसे बड़ा बदलाव तकनीक में ही देखने को मिला है। इस एक साल में हम तकनीक पर काफी हद तक निर्भर हो गए हैं और तकनीक ने हमारी जिंदगी अपनी एक अहम जगह बना ली हैं। यहां तक तकनीक की वजह से लॉकडाउन में वह संभव हो पाया जो कि कभी किसी ने सोचा ही नहीं था। लॉकडाउन की सालगिरह के मौके पर आज हम आपको बताएंगे कि तकनीक ने किस तरह अपना वर्चस्व हमारे जीवन में फैला लिया है।

वीडियो कॉलिंग की बढ़ी डिमांड
लॉकडाउन के दौरा जब लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे तो वीडियो कॉलिंग का कॉन्सेप्ट काफी लोकप्रिय हुआ। वीडियो कॉलिंग की मदद इस मुश्किल घड़ी से अपनों से जुड़े रहने का मौका मिला और दूरी का भी अहसास नहीं हुआ। इतना ही नहीं, इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप ने वीडियो कॉलिंग में जुड़ने वाले लोगों की संख्या को चार से बढ़ाकर आठ कर दिया। इसके अलावा गूगल मीट और जूम जैसे ऐप में यूजर्स के बीच काफी लोकप्रिय हुए। यह तकनीक का ही कमाल है कि आज एक-दूसरे से दूर होते हुए भी आपको दूरी का अहसास नहीं होता।
वर्क फ्रॉम होम का कॉन्सेप्ट
जहां पहले ऑफिस में आपको 9 से 10 घंटे बिताने पड़ते थे, वहीं लॉकडाउन के दौरान यह कॉन्सेप्ट वर्क फ्रॉम होम में बदल गया। शुरुआत में लोगों को ऑफिस के कामों के लिए एक-दूसरे से कनेक्ट करने में थोड़ी परेशानी हुई लेकिन कुछ दिनों में ही यह आसान हो गया। तकनीक के कारण ही घर बैठे लोग ऑफिस का काम करने के साथ ही मीटिंग्स भी अटैंड कर रहे हैं। इसके इसके लिए गूगल मीट, जूम, व्हाट्सऐप ने भरपूर सपोर्ट दिया है।
सस्ते हुए डाटा प्लान
लॉकडाउन के दौरान घर बैठे लोगों के लिए टाइम पास करना काम मुश्किल हो गया था। ऐसे में टेलीकॉम कंपनियों ने भी अपने डाटा प्लान सस्ते कर दिए। जिसका उपयोग यूजर्स ने इंटरनेट सर्फिंग के अलावा मूवी और वीडियो देखने में किया। सही मायनों में इंटरनेट का उपयोग लॉकडाउन के दौरान ही हुआ है और अभी भी हो रहा है। लॉकडाउन से पहले अधिकतर यूजर्स केवल मनोरंजन के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते थे। लेकिन अब ऑफिस से लेकर घर के काम तक सभी में इंटरनेट की आवश्यकता होती है।
लॉन्च इवेंट हुए वर्चुअल
सबसे बड़ा बदलाव तकनीकी क्षेत्र में स्मार्टफोन इंडस्ट्री में देखने को मिला। कोरोना काल में कुछ समय के लिए कई बड़ी कंपनियों ने अपने लॉन्च इवेंट को टाल दिया था। लेकिन बाद में ये इवेंट वर्चुअली आयोजित किए गए। अब लगभग सभी कंपनियां अपने डिवाइस लॉन्च के लिए वर्चुअल इवेंट का आयोजन कर रही हैं। जिसके लिए आपको बाहर जाने की जरूरत नहीं है, बल्कि आप घर बैठै ही देख सकते हैं।
एजुकेशन हो गई ऑनलाइन
लॉकडाउन की वजह से आज बच्चे घर बैठे क्लासेज ले रहे हैं। लेकिन यह शिक्षा के क्षेत्र में एक बहुत बड़ा और पॉजिटिव बदलाव है और तकनीक के कारण ही संभव हो पाया है। बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के एक आवश्यक तत्व उपलब्ध कराए जा रहे हैं। आज ऑनलाइन उपलब्ध साधनों ने शिक्षा को बहुत आसान बना दिया है। शिक्षा अब स्कूल जाने पर निर्भर नहीं है बल्कि वास्तव में अधिक अध्यन पर केंद्रित हो गयी है। ऑनलाइन कक्षा में छात्रों को प्रोजेक्ट्स दिए जाते हैं और स्टूडेंट्स अध्यापकों से अपने सवालों का जवाब पा सकते हैं और ये सब कुछ रियल-टाइम में होता है।