झारखंड पुलिस के जवान के भाई का शव उत्तराखंड में हुआ बरामद, चमोली हादसे में हो गया था लापता

उत्तराखंड के चमोली में विगत सात फरवरी 2021 को आई प्राकृतिक आपदा के बाद लापता लोहरदगा के नौ मजदूरों में से एक मजदूर का शव गुरुवार को बरामद हुआ है। शव की पहचान लापता मजदूर विक्की भगत के रूप में हुई है। विक्की भगत झारखंड पुलिस के जवान विकास भगत का बड़ा भाई था। शव की पहचान और पुष्टि विक्की भगत के पिता करमदास भगत ने की है। विक्की का शव मिलने के बाद करमदास भगत सदमे में चले गए हैं।

दैनिक जागरण के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि यह घटना मेरे लिए असहनीय है। श्रम अधीक्षक धीरेंद्र महतो का कहना है कि शव की पहचान विक्की भगत के रूप में हो चुकी है। हालांकि विक्की भगत के पिता से उनकी बात नहीं हुई है। जब तक उनकी बात नहीं होती, तब तक वह इस मामले में कुछ नहीं कहेंगे। विक्की भगत लोहरदगा जिले के किस्को प्रखंड के बेटहठ पंचायत के महुरांगटोली का रहने वाला था। शव की पहचान होने के बाद गांव में शोक का माहौल है।

उतराखंड में लापता अन्य मजदूरों के स्वजनों की उम्मीद टूटती हुई नजर आ रही है। हालांकि अभी तक लापता मजदूर ज्योतिष बाखला, सुनील बाखला, नेमहस बाखला, मजनू बाखला, रविंद्र उरांव, उर्वानुस बाखला, प्रेम उरांव, दीपक कुजूर के बारे में कोई पता नहीं चल सका है। राहत एवं बचाव कार्य अभी भी जारी है। तीन भाई-बहनों में विक्की भगत सबसे बड़ा था। विक्की का छोटा भाई विकास भगत झारखंड पुलिस में है। वह फिलहाल लोहरदगा मंडल कारा में प्रतिनियुक्त है। विक्की की छोटी बहन रीता बाखला स्नातक की छात्रा है।

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