अपनी पार्टी के लिए वोट मांगने निकले बिलावल भुट्टो, कराची में लोगों ने बरसाए पत्थर

नई दिल्ली: पाकिस्तान में 25 जुलाई को आम चुनाव होने वाला है. सभी पार्टियां चुनावी कैंपेन में व्यस्त हैं. पाकिस्तान की मुख्य विपक्षी पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी भी रविवार को अपनी पार्टी के प्रचार के लिए निकले, लेकिन उनकी रैली को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. पाकिस्तान की मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक लोगों ने उनके खिलाफ नारे लगाए और विरोध प्रदर्शन किया. मीडिया रिपोर्ट की मानें विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बिलावल की गाड़ियों पर पत्थर मारे हालांकि किसी के घायल होने की खबर नहीं है.अपनी पार्टी के लिए वोट मांगने निकले बिलावल भुट्टो, कराची में लोगों ने बरसाए पत्थर

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रवक्ता मुस्तफा नवाज खोखर ने बताया कि पार्टी कार्यकर्ताओं को इस तरह के झड़प से दूर रहने को कहा गया है. उन्होंने इलेक्शन कमिशन से इस मामले में उचित कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने पुलिस ने इस क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए कदम उठाने की मांग की. बिलावल की मां बेनजीर भुट्टो और उनके नाना जुल्फिकार भुट्टो के नेतृत्व में पीपीपी चार बार पाकिस्तान पर शासन कर चुकी है. दोनों नेताओं की उनके विरोधियों ने हत्या करा दी थी. बिलावल अपना पहला चुनाव लड़ रहे हैं.

पीपीपी का घोषणा पत्र

गौरतलब है कि पीपीपी ने कुछ दिन पहले अपना चुनावी घोषणापत्र जारी किया था. इसमें देश को भुखमरी से निजात दिलाने, अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और लोगों में सद्भावना बढ़ाने का वादा किया गया है. पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने पार्टी नेताओं के जमावड़े के दौरान घोषणापत्र जारी किया था. इसे ‘सभी के लिए रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा, स्वास्थ और नौकरी’ शीर्षक दिया गया. इस मौके पर बिलावल ने कहा, मुल्क की अर्थव्यवस्था की हालत डांवाडोल है. अगली सरकार को लोगों की सेवा के मकसद वाली नीतियां बनानी होंगी. पीपीपी पाकिस्तान के लोगों को भुखमरी और बेबसी से निजात दिलाने का वादा करती है. हमारी पार्टी सभी बच्चों और युवाओं को अवसर मुहैया कराएगी जिससे वे श्रेष्ठ बन सकते हैं.

पूर्व पीएम को चुनाव लड़ने की मिली अनुमति

वहीं पाकिस्तान की एक अदालत ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी को आगामी चुनाव में अपने निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने की मंजूरी दी. अब्बासी ने न्यायाधीश मजाहिर अली नकवी की अध्यक्षता में लाहौर उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया. अब्बासी ने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं कि वह पक्षपातीपूर्ण फैसला था. मैंने उस फैसले के किलाफ लाहौर उच्च न्यायालय में अपील की है और आज लाहौर उच्च न्यायालय ने उस फैसले को पलट दिया. अब मैं मुरी सीट से चुनाव लड़ सकता हूं. अदालत ने प्रवक्ता आरिफ डार ने पुष्टि की कि पीठ ने अब्बासी को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य ठहराए गए फैसले को पलट दिया है.

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