राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का देंगे जवाब पीएम, बीजेपी ने सभी सांसदों को मौजूद रहने का दिया आदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का देंगे जवाब। आज शाम 4 बजे पीएम राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का देंगे जवाब। बीजेपी ने अपने सांसदों को लोकसभा में मौजूद रहने का दिया आदेश। इस सिलसिले में पार्टी ने सांसदों को व्हिप भी जारी किया है।

इससे पहले पीएम मोदी सोमवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दे चुके हैं। राज्यसभा के बाद आज लोकसभा में पीएम मोदी संबोधन करेंगे। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने सबसे पहले सभी सांसदों को धन्यवाद कहा, जिन्होंने राज्यसभा की कार्यवाही को अपना समय दिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का उद्बोधन आत्मनिर्भर भारत की राह दिखाने वाला रहा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण एक नई उमंग, ऊर्जा और आत्मविश्वास पैदा करने वाला था। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति का तहेदिल से आभार व्यक्त किया।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कृषि कानूनों को लेकर विपक्षी नेताओं द्वारा उठाए गए सभी चिंताओं और सवालों का जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने क़षि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों को फिर से बातचीत का न्‍योता दिया। धानमंत्री ने किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमें आंदोलनकारियों को समझाते हुए हमें आगे बढ़ना होगा, गालियों को मेरे खाते में जाने दो लेकिन सुधारों को होने दो। बुजुर्ग आंदोलन में बैठे हैं, उन्हें घर जाना चाहिए। आंदोलन खत्म करें और चर्चा आगे चलती रहेगी। 

पीएम मोदी ने खालिस्‍तानी साजिश पर कहा कि देश हर सिख के लिए गर्व करता है। उन्‍हें गुमराह करने से कभी देश का भला नहीं होगा। इस देश को हर सिख पर गर्व है। उन्होंने इस देश के लिए क्या कुछ नहीं किया। हम उन्हें जो भी सम्मान देंगे वह हमेशा कम होगा। मैं पंजाब में अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष बिताने पर भाग्यशाली महसूस करता हूं। उनके लिए कुछ लोगों द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा और उन्हें गुमराह करने का प्रयास राष्ट्र को कभी लाभ नहीं पहुंचाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ सालों में एक नई जमात सामने आई है, जो आंदोलनजीवियों की है। वकीलों का आंदोलन हो, छात्रों का आंदोलन हो, ये सब जगह पहुंच जाते हैं। देश को इन आंदोलनजीवियों से बचाने की जरूरत है। ये आंदोलनजीवी ही परजीवी हैं। हमें देश को इससे बचाना होगा।

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