किसान आंदोलन: गूगग को भी खत लिखकर आईपी एड्रेस को हासिल करने का प्रयास करेगी दिल्ली पुलिस

कृषि सुधार कानून विरोधी आंदोलन को लेकर ट्विटर के जरिये अंतरराष्ट्रीय स्तर रची गई साजिश का पर्दाफाश करने के लिए दिल्ली पुलिस सभी तरह के उपाय अपना रही है। इस कड़ी में दिल्ली गूगग को भी खत लिखकर उस आईपी एड्रेस को हासिल करने का प्रयास करेगी, जिसके जरिये तीनों कृषि कानून के खिलाफ प्रचार के लिए कागजात अपलोड किए गए हैं। इसके बाद कई नामी हस्तियों ने ये कागजात ट्वीट किए। वहीं, सूत्रों के मुताबिक,  दिल्ली पुलिस ने इंटरनेट मीडिया की पूरी सतर्कता से निगरानी शुरू कर दी है। उधर, कार्रवाई की कड़ी में अब तक दर्जन भर लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। यहां तक कि चार आरोपितों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।

कई ट्वीटर पर दिल्ली पुलिस की नजर

दिल्ली पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटने के साथ 300 से अधिक ट्विटर अकाउंट पर नजर रखी जा रही है। टूलकिट मामले में केस दर्ज कर जांच की जा रही है। बता दें कि स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के विवादित ट्वीट कर देश में हलचल मचा दी है। इसके बाद हरकत में आई दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने फिलहाल अज्ञात के खिलाफ देशद्रोह, दंगे भड़काने की साजिश, दो समुदायों और गुटों में दुश्मनी बढ़ाने और आपराधिक साजिश रचे जाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसके बाद पूरे मामले की जांच साइबर व स्पेशल सेल की बड़ी टीम को सौंपी गई है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि ट्विटर हैंडलर ने जानबूझकर पोस्ट डिलीट कर दी या गलती से। पुलिस की मानें तो कृषि कानून विरोधी आंदोलन के दौरान इंटरनेट मीडिया पर भ्रामक पोस्ट डालकर देश में अस्थिरता पैदा करने की लगातार कोशिश की जा रही है। वहीं, दिल्ली-एनसीआर के ब़ॉर्डर पर तीनों कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन लगातार जारी है।

E-Paper