ट्रंप के नक्‍शेकदम पर चल रहे बिडेन, इंडो-पैसिफिक ने उतारा USS निमित्ज, चीन को सिखाएगा सबक

ट्रंप के नक्‍शे कदम पर चलते हुएबिडेन ने चीन को सबक सिखाने के लिए अपने जंगी बेडे यूएसएस निमित्ज को इंडो-पैसिफिक में उतार दिया है। पेंटागन ने घोषणा की है कि यूएसएस निमित्ज को दक्षिण चीन सागर में उतार दिया गया है, जहां पर वह दुनिया के सबसे व्यस्त अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र पर नजर रखेगा।

इससे पहले यूएसएस निमित्ज मिडिल ईस्‍ट में तैनान किया गया है, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका और ईरान के बीच संभावित सहज तनाव के संकेत के रूप में देखा जा रहा था। पेंटागण का निर्णय यह भी संकेत देता है कि जो बिडेन प्रशासन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा उठाए गए सख्त दृष्टिकोण को जारी रख सकता है।

यह सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रपति बिडेन ने अभी तक अपने चीनी समकक्ष से बात नहीं की है। विदेश विभाग ने कहा कि चीन के साथ उलझने से पहले वह सहयोगियों के साथ अमेरिका पहले चुप रहना चाहते हैं।

पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन एफ किर्बी ने कहा कि सचिव (रक्षा सचिव लॉयड जे ऑस्टिन III) बड़े भू-स्थानिक चित्र के प्रति सचेत थे, जब उन्होंने कैरियर स्ट्राइक समूह को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में उतारने को मंजूरी दी। किर्बी ने यूएसएस निमित्ज़ की यूएस इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अगली तैनाती के बारे में विवरण देने से इनकार कर दिया।

नई दिल्ली में चीन पर नजर रखने वालों ने कहा कि बिडेन प्रशासन के फैसले से संकेत मिलता है कि अमेरिका एशिया प्रशांत क्षेत्र में 36 देशों का साथ देने के लिए दक्षिण चीन सागर के आसपास अपनी उपस्थिति बढ़ा सकता है, जिनमें से कई बीजिंग के साथ सीमा विवाद में उलझे हुए हैं।

बिडेन प्रशासन ने पहले ही ताइपे के लिए अपनी “रॉक-सॉलिड” प्रतिबद्धता की पुष्टि कर दी है। जो दर्शाता है कि यह ताइवान के साथ ट्रंप की नीति जारी रहेगी, जोकि राष्ट्रपति शी जिनपिंग के वन चाइना पॉलिसी का हिस्सा है।

एक अन्य जंगी विमान यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट पिछले महीने दक्षिण चीन सागर पहुंचा था। जिसके बाद चीनी सैन्य विमानों ने अमेरिकी विमानवाहक पोत पर मिसाइल हमलों का अभ्‍यास किया। इसमें बमबारी करने वाले कुछ लड़ाकू विमान शामिल थे, जोकि यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को एक नकली लक्ष्य के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे।

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