झारखंड कांग्रेस में छिड़ सकती है जंग, फुरकान अंसारी ने की शुरुआत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व प्रभारी को हटाने की मांग की

झारखंड प्रदेश कांग्रेस में सब ठीकठाक नहीं चल रहा है। लाख प्रयासों के बावजूद बागी गुट शांत नहीं हो रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को पूर्व सांसद और कांग्रेस के सीनियर नेता फुरकान अंसारी ने एक बार फिर वरीय नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नई दिल्ली में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से उन्होंने मुलाकात की और उनके साथ राज्य के हालात पर लंबी चर्चा की।

इस दौरान उन्होंने वन मैन वन पोस्ट के सिद्धांत के आधार पर प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की मांग की। प्रदेश अध्यक्ष के मंत्री बनने के बाद से लगातार ऐसी बातें चल रही हैं। मुलाकात के बाद फुरकान ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस में चार साल से कोई कमेटी नहीं बनी है और इसकी पूरी जिम्मेदारी आरपीएन सिंह की है। आरोप लगाया कि आरपीएन ने झारखंड को ऐशगाह बना लिया है।

झारखंड सरकार में शामिल कांग्रेस के मंत्रियों से हर महीने एक तय राशि वसूली जाती है और यही कारण है कि यहां ईमानदारी से काम नहीं हो रहा है। कहा कि आश्चर्यजनक रूप से सब खुल्लम-खुल्ला चल रहा है। उन्होंने शीघ्र ही प्रदेश कांग्रेस प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की मांग की है। कहा कि झारखंड में कांग्रेस पार्टी को और धारदार बनाने की आवश्यकता है। लोगों का विश्वास और रुझान कांग्रेस की तरफ ज्यादा तेजी से बढ़ा है।

फुरकान ने कहा कि जिस प्रकार भाजपा ने पूरे देश के लोगों को त्रस्त कर दिया है इससे आम लोगों में भारी आक्रोश है। आज पूरे देश के किसान केंद्र सरकार की गलत नीतियों की मार झेल रहे हैं। परंतु आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने यह साबित कर दिया कि देश की मोदी सरकार किसान विरोधी है और किसानों को मारने के लिए नया कानून बना रही है। किसान कि हक की लड़ाई के लिए कांग्रेस पार्टी 15 तारीख को एक बड़ा आंदोलन करेगी।

 

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