पत्थरबाजों के खिलाफ शिवराज सिंह चौहान ने कड़े रुख अपनाते हुए दिए ये सख्त आदेश

मध्य प्रदेश के नीमच, मंदसौर और उज्जैन में हुई घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त रुख अपनाते हुए कड़े निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में हर कीमत पर अमन-चैन कायम रहना जरूरी है। यदि कोई गड़बड़ करेगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री की यह चेतावनी पिछले दिनों नीमच, उज्जैन और मंदसौर में हुई घटनाओं के संबंध में आई हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने इन घटनाओं पर अफसरों से चर्चा की।

मुख्यमंत्री ने मंत्रियों और विभाग प्रमुखों के साथ बैठक में कहा कि माफिया और मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान में ढिलाई न की जाए। उन्होंने यह भी कहा, माफियाओं को संरक्षण देने वाले अफसर भी संभल जाएं। सीएम ने संकेत दिए हैं कि सरकार पत्थरबाजों के खिलाफ कानून भी ला सकती है। मंत्रालय में मंत्रियों और अफसरों की वर्चुअल बैठक शाम साढ़े चार बजे से 7 बजे तक चली।

इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, सरकार को पब्लिक से बेहतर फीडबैक कोई नहीं देता। पब्लिक का प्रतिनिधित्व विधायक और मंत्री करते हैं, इसलिए अफसरों को उनकी लीडरशिप में काम करना है। उन्होंने कहा- यह दुर्भाग्य है कि किसी अफसर को डांट देता हूं, तो जनता ताली बजाती है। ऐसा लगता है कि अफसरों के प्रति कहीं अविश्वास सा है। ये नहीं होना चाहिए।

आप जनता के बीच विश्वास बनाएं, उनकी बात सुनें और समस्याएं दूर करें। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि विभाग की लंबित परियोजनाओं की मॉनिटरिंग बढ़ाइए। ऐसी योजनाएं जो उपयोगी नहीं है, उनकी सूची बनाएं। सरकारी सेवाओं के लिए विभाग सिंगल विंडो के लिए काम करे और श्रम सुधारों को प्रभावी रूप से लागू करें। अफसर आउट ऑफ बॉक्स जाकर सोचें, सरकारी रोजगार के साथ अन्य विकल्पों पर विचार करें।

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