छत्तीसगढ़: सर्दी-खांसी बुखार, कोविड-19 के लक्षण से पीड़ितों को नहीं लगाई जाएगी वैक्सीन

कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों को परखने के लिए शनिवार को सरगुजा जिले के तीन स्वास्थ्य केंद्रों में माक ड्रिल सरगुजा कलेक्टर संजीव झा की मौजूदगी में की गई। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक ने इसके पूर्व वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला कलेक्टरों से चर्चा कर तैयारियों की जानकारी ली थी। माक ड्रिल का उद्देश्य कोल्ड चैन मैनेजमेंट, वैक्सीन की सप्लाई, स्टोरेज, लॉजिस्टिक्स के साथ ही वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे लोगों के वैक्सीनेशन स्थल पर पहुंचने पर उनकी एंट्री, पंजीयन, वैक्सीनेशन व आब्जर्वेशन में रखने की तैयारियों का परीक्षण करना था। वैक्सीनेशन के दौरान कोविन एप में एंट्री से लेकर वैक्सीन लगाने तक में कितना समय लगता है, इसका भी इस दौरान आकलन किया गया। इस वैक्सीन का लाभ ऐसे लोगों को मिलेगा जिसमें कोरोना का लक्षण ना हो।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.पीएस सिसोदिया व जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि माक ड्रिल में वैक्सीनेशन दौरान की प्रक्रिया का पूर्वाभ्यास आज नवापारा में स्थित शहरी स्वास्थ्य केंद्र के पास स्थित सेंट जान्स हायर सेकंडरी स्कूल सहित जिले के उदयपुर, रघुनाथपुर में किया गया। अंबिकापुर में चले माक ड्रिल के दौरान यहां बनाए गए प्रवेश मार्ग से ऐसे 25 लोगों को एंट्री क्रमवार दी गई जिन्हें मैसेज करके बुलाया गया था प्रथम चरण में इन्हें पंजीयन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा।

वैक्सीन का लाभ लेने के लिए पंजीकृत व्यक्ति के द्वारा जो पहचान पत्र लगाया गया था, उसका सत्यापन ऐप से करने के बाद बेनेफिशरी के मोबाइल में आए ओटीपी की जानकारी का माक ड्रिल हुआ। इसके बाद अलग कक्ष में संबंधित व्यक्ति की काउंसलिंग, जांच करके यह जानने का प्रयास किया गया कि उन्हें बुखार सर्दी खांसी या कोरोना का लक्षण तो नहीं है। इन प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद वैक्सीन लगवाने के लिए टीकाकरण कक्ष में प्रवेश का अवसर पंजीकृत व्यक्ति को मिल पाएगा। यहां ऑटो डिस्पोजेबल सिरिंज से का उपयोग वैक्सीन के लिए किया जाएगा। इसके पहले कक्ष में मौजूद स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एएनएम के द्वारा वैक्सीन का लाभ लेने के लिए पहुंचा बेनेफिशरी वही व्यक्ति है या नहीं, इसकी पुष्टि करेगी।

आठ घंटे में सौ लोगों का टीकाकरण

जिला टीकाकरण अधिकारी डा. राजेश भजगावली ने बताया कि एक टीकाकरण केंद्र में सौ लोगों का आठ घंटे के अंदर टीकाकरण किया जाना सुनिश्चित किया गया है। जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में टीकाकरण की सुविधा मिलेगी। इसके लिए प्रारंभिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। बेनिफिसरी के पंजीयन के अनुसार उन्हें यह सुविधा मिल पाएगी।

टीकाकरण के बाद हालात की होगी निगरानी

जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि वैक्सीन लगाने के बाद अगर किसी को चक्कर, लाल चकते, बुखार जैसी स्थिति बनती है तो उसे उपचार केंद्र में ले जाया जाएगा। टीकाकरण के बाद किसी भी व्यक्ति को आधे घंटे तक ऑब्जरवेशन रूम में ही रखा जाएगा, जहां संबंधित व्यक्ति की निगरानी की जाएगी। यहां उन्हें कोविड से संबंधित आवश्यक जानकारियां पोस्टर पेपर के माध्यम से मिलेगी। आधे घंटे इंतजार के बाद वे घर जा सकते हैं। किसी प्रकार की दिक्कत महसूस होने पर उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में इसकी सूचना देनी होगी, ताकि उन्हें एंबुलेंस से उपचार केंद्र लाया जा सके।

लाभ मिले तकलीफ ना हो इसका डेमो

टीकाकरण केंद्रों में वैक्सीनेशन के लिए पहुंचने वालों को लाभ मिले तकलीफ ना हो इसका पूर्वाभ्यास करने के लिए 25 25 लोगों को संदेश भेजकर टीकाकरण केंद्र में बुलाया गया था। इन्हें यह भी बताया गया कि वह टीकाकरण केंद्र में दो गज की दूरी पर बैठेंगे। वैक्सीन लगने के बाद भी उन्हें मास्क लगाने, हाथ धोने जैसी शर्तों का पालन करना होगा। जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि ऑनलाइन पोर्टल में एंट्री नामों के अनुसार 25-25 बेनेफिशरी को टीकाकरण केंद्र में बुलाकर डेमो किया गया है।

 

 

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