किसान समर्थन को लेकर, दुल्हे ने एकता जिंदाबाद की रचाई मेहंदी

चंडीगढ़। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में लगभग 15 दिन से किसान आंदोलन कर रहे हैं। बड़ी संख्या में किसान अपना समर्थन देने दिल्ली-हरियाणा बार्डर पर पहुंच रहे हैं। जो लोग किसी कारणवश वहां नहीं पहुंच पा रहे, वे भी अपने ढंग से इस आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं। 

पंजाब के मुक्तसर के गांव बरीवाला में एक दूल्हे ने अपने हाथों पर किसान एकता जिंदाबाद लिखी मेहंदी रचाई और अपनी गाड़ी के आगे किसान एकता का झंडा लगाया। बरात रवाना होने से पहले किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाए गए। अन्य गानों के बजाय बराती भी किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए चल रहे थे। 

दूल्हे संदीप सिंह पुत्र लखवीर सिंह का कहना है कि वह किसान परिवार से संबंध रखता है। उसकी शादी है, इसलिए यहां है। लेकिन मानसिक रूप से वह इस समय टिकरी बॉर्डर पर किसानों के संघर्ष में शामिल है। इसलिए किसानों के हक के लिए उन्होंने अपने शादी समारोह को किसान आंदोलन का रंग दिया है। शादी के बाद 15 दिसंबर से वह करीब बीस लोगों के साथ दिल्ली संघर्ष में शामिल होने जाएगा। 

इससे पहले भी उनके परिवार व रिश्तेदारी के करीब बीस लोग दिल्ली संघर्ष के लिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं का जोश और बुजुर्गों का तजुर्बा इस किसान आंदोलन में काम आ रहा है। केंद्र सरकार जब तक कृषि कानूनों को रद्द नहीं करती, तब तक किसानों का संघर्ष जारी रहेगा। गौरतलब है कि पिछले दिनों जिले के गांव शेखू में एक विवाह समारोह में किसानों के समर्थन में शगुन के करीब 80 हजार रुपये एकत्र कर दिल्ली में किसानों के लिए भेजे थे। 

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