गोवा बीच पर, कोयला देख डरे लोग, जानें पूरा मामला

गोवा क्षेत्रफल के अनुसार से भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के अनुसार चौथा सबसे छोटा और खूबसूरत राज्य है

गोवा। यह क्षेत्रफल के अनुसार से भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के अनुसार चौथा सबसे छोटा और खूबसूरत राज्य है। पूरी दुनिया में गोवा अपने सुन्दर समुद्र के किनारों और प्रसिद्ध स्थापत्य के लिये जाना जाता है। गोवा पहले पुर्तगाल का एक उपनिवेश था। पुर्तगालियों ने गोवा पर लगभग 450 सालों तक शासन किया और 19 दिसंबर 1961 में यह भारतीय प्रशासन को सौंप दिया गया।

बीच पर कोयला देख क्यों डरे लोग-

शाम को कुएरिम बीच पर टहलते हुए “क्लॉड अलवारेस” रेत में मिले कोयले को दिखाते हैं।वो एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं,वो बताते हैं कि यह कोयला 70 किलोमीटर दूर मुरगांव बंदरगाह ट्रस्ट (एमपीटी) से यहां पहुंचा है।

उनका कहना हैं,यह कोयला बेहद हल्का है। पानी में मिल जाता है और लहरों के ज़रिए समुद्री किनारों पर फैल जाता है। ऐसी संभावना है कि अगर आप समुद्र के किनारे टहल रहे हैं तो आपके पैरों के नीचे कोयला आ जाए।

गोवा का इकलौता बंदरगाह एमपीटी लगातार विरोध प्रदर्शनों का सामना कर रहा है। इस बंदरगाह के ज़रिए पड़ोसी राज्यों के स्टील प्लांट्स तक 90 लाख टन कोयला सड़क और रेल मार्ग से पहुंचता है।

गोवा पूरे विश्व में क्यों प्रसिद्ध है-

पूरी दुनिया में गोवा अपने सुन्दर समुद्र के किनारों के लिए प्रसिद्ध है। यह क्षेत्रफल के अनुसार से भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के अनुसार चौथा सबसे छोटा और खूबसूरत राज्य है। यह पूरे विश्व से सैलानी घूमने आते है। साल के अंत अक्टूबर से लेकर फ़रवरी तक यहाँ बाहरी सैलानियों का जमावड़ा लगा रहता है।

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