बीजेपी के उपेंद्र पासवान ने जीत हासिल कर बसपा को दूसरे नंबर पर छोड़ा

कानपुर. उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में कानपुर की घाटमपुर सीट पर बीजेपी प्रत्याशी उपेंद्र पासवान ने जीत दर्ज कर ली है. उन्होंने बसपा प्रत्याशी कुलदीप संखवार को मात दी. हालांकि चुनाव परिणाम का आधिकारिक ऐलान अभी नहीं नहीं किया गया है. शुरुआती चरण में बसपा ने यहां लीड हासिल की थी लेकिन इसके बाद उपेंद्र पासवान आगे निकल गए और आखिरकार जीत तक पहुंच गए.

बता दें इससे पहले 16वें दौर के बाद बीजेपी प्रत्याशी उपेंद्र पासवान बीएसपी प्रत्याशी कुलदीप संखवार से 7037 वोटों से आगे चल रहे थे. उपेंद्र पासवान को 27402 वोट मिले, वहीं कुलदीप संखवार 20365 मत हासिल कर सके. तीसरे नंबर पर कांग्रेस और सपा में मुकाबला देखने को मिला. कांग्रेस के कृपाशंकर संखवार को 11194 और सपा के इंद्रजीत कोरी को 11124 वोट मिले.

इससे पहले सातवें दौर के बाद बीजेपी और बसपा में कांटे की टक्कर देखने को मिली. बीजेपी प्रत्याशी महज 1481 मतों से आगे चल रहे थे. कुल वोट 30764 में से बीजेपी के उपेंद्र पासवान ने 10792 वोट हासिल किए, वहीं बसपा के कुलदीप संखवार 9311 वोट के साथ दूसरे नंबर पर बने हुए थे. तीसरे नंबर पर सपा के इंद्रजीत कोरी 5380 वोट के साथ खड़े थे, वहीं कांग्रेस के कृपाशंकर संखवार 4545 वोट के साथ चौथे नंबर पर थे.

वहीं चौथे दौर के बाद बीजेपी प्रत्याशी ने बढ़त बनाई. वह बसपा प्रत्याशी से 1120 वोट से आगे चल रहे हैं. चौथ राउंड के बाद कुल 17331 वोट में से बीजेपी को 6209, कांग्रेस को 2380, बसपा को 5089 और सपा को 3167 मत प्राप्त हुए हैं.
इससे पहले दूसरे राउंड तक बहुजन समाज पार्टी (BSP) के प्रत्याशी ने करीब 600 मतों से बढ़त बनाई थी. दूसरे राउंड तक अब तक 8464 कुल वोटों में बसपा को 2861, बीजेपी को 2247, कांग्रेस को 1164 और सपा को 1943 मत मिले थे.

बता दें भाजपा की मंत्री कमलरानी वरुण के निधन के कारण ये सीट खाली हुई थी. इस सीट पर भाजपा ने उपेन्द्र नाथ पासवान को उतारा है. सपा ने इन्द्रजीत कोरी को उम्मीदवार बनाया है जबकि बसपा ने कुलदीप संखवार को टिकट दिया है. कांग्रेस ने डॉ कृपाशंकर पर दांव लगाया हैँ. बता दें पिछले विधानसभा चुनाव में बसपा यहां दूसरे नंबर पर रही थी.

कानपुर देहात में अच्छी पकड़ रखते हैं कुलदीप-

प्रत्याशियों की बात करें तो बसपा के कुलदीप संखवार 4 बार जिलाध्यक्ष रह चुके हैं और पार्टी के पुराने कार्यकर्ता माने जाते हैं. उन्हें पिछले मायावती सरकार के दौरान पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य पद मिला था. उनकी पत्नी उषा इस समय अमरोहा कानपुर देहात सीट से जिला पंचायत सदस्य हैं.

पहली बार चुनाव लड़ रहे उपेंद्र-

वहीं भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र पासवान पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरे है. वह भाजपा अनुसूचित मोर्चा में क्षेत्रीय अध्यक्ष हैं. करीब 18 साल पहले वह बीजेपी से जुड़े और भाजपा उत्तर जिला इकाई में 2013 से जिला मंत्री भी रहे. जाजमऊ छबीलेपुरवा निवासी उपेंद्र ने 2017 विधानसभा चुनाव में घाटमपुर चुनाव में उतरने की इच्छा जताई थी लेकिन उन्हें पार्टी से टिकट नहीं मिला था.

पुराने नेता हैं इंद्रजीत कोरी-

सपा प्रत्याशी इंद्रजीत कोरी फतेहपुर जिले के जहानाबाद क्षेत्र के गांव चिल्ली के रहने वाले हैं. वह 77 वर्ष के है. 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने इस सीट पर जीत हासिल की थी. इससे पहले वह फतेहपुर जिले की किशुनपुर (सुरक्षित) सीट से 1968, 1969, 1980 और 1984 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने और प्रदेश सरकार में समाज कल्याण राज्यमंत्री भी रहे.

इसके अलावा घाटमपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी डॉ कृपाशंकर संखवार पेशे से सर्जन हैं. इस चुनाव के लिए उन्हेंने कुछ समय पहले ही अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा दिया है.

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