मध्य प्रदेश में बरकरार रहेगा शिवराज का ताज, कांग्रेस के लिए बढ़ेगी मुश्किलें

भोपाल। मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव के नतीजे तो 10 नवंबर को आएंगे, लेकिन एग्जिट पोल से भाजपा को राहत मिली है। इसके नतीजों के अनुसार, प्रदेश में भाजपा की सरकार बरकरार रहेगी। कांग्रेस को बहुमत का आंकड़ा नहीं मिल पाएगा। एग्जिट पोल के नतीजों से भाजपा में उत्साह है तो कांग्रेस ने इसे अविश्वसनीय बताया है। आज तक न्यूज चैनल के एग्जिट पोल के अनुसार, भाजपा को 16 से 18 तो कांग्रेस को 10 से 12 सीटें मिल रही हैं। अनुमान जताया गया है कि भाजपा को करीब 46 तो कांग्रेस को करीब 43 फीसद वोट मिलेंगे।

हार की भूमिका बना रहे कांग्रेसी-

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि शानदार सफलता प्राप्त करेंगे। कांग्रेस और कमल नाथ बौखला रहे हैं। पहले से ही हार की भूमिका बना रहे हैं। जोड़-तोड़ करने का आरोप लगा रहे हैं। भाजपा तो किसी के पास गई नहीं थी। कांग्रेस के मित्र ही भाजपा के पास आए थे। अब हार को स्वीकार करें।

मुझे प्रदेश की जनता पर विश्वास-

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि 10 नवंबर को प्रदेश में कांग्रेस का परचम हर हाल में लहराएगा। हमने दिसंबर 2018 में भी मध्य प्रदेश-छतीसगढ़ व राजस्थान को लेकर कई एग्जिट पोल देखे थे और परिणाम इन प्रदेशों की जनता ने खुद देखा था। उन एग्जिट पोल की वास्तविकता की जनता गवाह है।

मध्य प्रदेश विधानसभा की दलीय स्थिति-

भाजपा- 107

कांग्रेस- 87

बसपा- 02

सपा- 01

निर्दलीय- 04

रिक्त- 01

कुल सीट- 230

बहुमत के लिए जरूरी सीटें- 115

बता दें कि मार्च में कुल 25 कांग्रेस के विधायकों ने इस्‍तीफा दे दिया और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। इसके बाद कांग्रेस की संख्‍या में कमी आ गई और यह 87 पर अटक गई। दूसरी ओर सदन में चार निर्दलीय दो बसपा और एक सपा के विधायक हैं। 25 विधायकों के इस्‍तीफा और तीन विधायकों के निधन के कारण 28 सीटों पर उपचुनाव कराया गया है।

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