एक ऐसी रहस्यमयी प्राचीन सभ्यता, जिसके रहस्य आपको कर देंगे हैरान

प्राचीन काल में दुनिया में न जाने कितनी ही सभ्यताओं ने जन्म लिया और फिर बाद में उनका पतन हो गया। उन्हीं में से एक थी माया सभ्यता, जो मेक्सिको की एक महत्वपूर्ण सभ्यता थी। यह सभ्यता ग्वाटेमाला, मेक्सिको, होंडुरास और यूकाटन प्रायद्वीप में स्थापित थी। इस सभ्यता की शुरुआत 1500 ई. पू. में हुई थी और यह 300 ई. से 900 ई. के दौरान अपनी उन्नति के चरम पर थी। कहते हैं कि 16वीं सदी में इस सभ्यता का पूरी तरह से अंत हो गया था, लेकिन इसके पतन की शुरुआत 11वीं सदी से ही हो गई थी। इस प्राचीन सभ्यता का विनाश कैसे हुआ था, यह आज भी एक रहस्य ही बना हुआ है, जिसका पता लगाने की कोशिश में दुनियाभर के विशेषज्ञ जुटे हुए हैं।

माया सभ्यता के अंत को लेकर ‘लाइव साइंस’ की एक रिपोर्ट कहती है कि छठी शताब्दी से लेकर 10वीं शताब्दी के बीच एक भयंकर सूखा पड़ा था, जिसकी वजह से इस प्राचीन सभ्यता का विनाश होना शुरू हो गया। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि कुछ साल पहले शोधकर्ताओं ने बेलिज के प्रसिद्ध ‘ब्लू होल’ और उसके आसपास मौजूद खनिजों की जांच की थी, जिससे पता चला कि सूखा 800 से 900 ईस्वी के मध्य पड़ा था, जो इस सभ्यता के विनाश का कारण बना। माया सभ्यता का कैलेंडर तो विश्वविख्यात है। कहते हैं कि इसी कैलेंडर में साल 2012 में दुनिया के खत्म होने की भविष्यवाणी की गई थी, जो बाद में गलत साबित हुई। हालांकि उस सभ्यता के लोगों को खगोलीय ज्ञान में निपुण माना जाता था।

चीचेन इट्जा, जो मेक्सिको में मौजूद है, को माया सभ्यता का एक प्रमुख केंद्र माना जाता है। इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया गया है। यहां का पिरामिड एल कैस्टिलो आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। इसे देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं। ऐसा माना जाता है कि माया सभ्यता में आमतौर पर पुरुष राजा ही शासन करते थे, लेकिन कभी-कभी यह जिम्मेदारी रानियों को भी मिलती थी। कहा जाता है कि जब नए राजा गद्दी पर बैठते थे तो देवताओं को खुश करने के लिए पहले मानव बलि दी जाती थी, उसके बाद ही राजा सिंहासन पर बैठते थे।

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