राजस्थान में अपराधियों का दबदबा, पुजारी के बाद अब सेल्समैन को जलाया जिंदा

राजस्थान। जयपुर के अलवर जिले में एक व्यक्ति को महज इसलिए ज़िंदा जला दिया गया क्योंकि उसने अपने मालिक से सैलेरी मांगने की हिमाकत कर दी। आरोप है कि शराब के ठेकेदार ने उस पर अल्कोहाल छिड़कर कर ना केवल आग लगा दी बल्कि उसे डीप फ्रीजर में भी डाल दिया। इस घटना की सामने आई तस्वीर ना केवल डराने वाली है बल्कि मानव रूप में छिपे दानवों को भी बेनकाब करती है। वैसे 18 दिन में किसी शख्स को जिन्दा जला देने की यह दूसरी बड़ी घटना है इससे पहले करौली में एक पुजारी को जमीं माफियाओं ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी।

शराब की दूकान में रखे जिस बड़े डीप फ्रीज़र में बियर की बोतलों को ठंडा किया जाना चाहिए था उसमे एक शक्श की जली हुई लाश के खबर होने की बात जब लोगों तक पहुंची तो सभी भौचक्के रह गए। चूंकि राजस्थान के ही करौली में करीब 18 दिन पहले एक पुजारी को पेट्रोल डालकर जिन्दा जला दिए जाने की घटना भी सामने आई थी। ऐसे में लोगों को क्रूरता के इस कलयुगी चेहरे वाली घटना ने मानों सहमा कर रख दिया। मामला अलवर जिले के खैरथल थाना इलाके का है। जहां के एक शराब की दूकान के सेल्समैन को एल्कोहाल और पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला देने का मामला सामने आया है।

यह घटना अजीस शराब की दूकान में हुई। उसका ठेकेदार सुभाष और राकेश यादव फरार हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और एफएसएल टीम बुलाकर जांच कराई जा रही है। परिजनों द्वारा दर्ज शिकायत में बताया गया है कि पिछले कुछ महीनों से मृतक को सैलेरी नहीं दी जा रही थी और जब वह मांगने लगा तो ठेकेदार अक्सर उस पर अपना गुस्सा निकालते थे।

खैरथल के थानाधिकारी धारा सिंह का कहना है कि हमें सूचना मिली थी की गांग के इस ठेके में सेल्समैन अन्दर ही जलकर मारा है। मृतक का नाम कमल किशोर है. उसके भाई ने शिकायत दी है की उसकी ह्त्या की गयी है। हमने रिपोर्ट दर्ज कर पोस्टमार्टम करवा दिया है। ह्त्या के कारणों की जांच जारी है।

पुलिस ने जांच के बाद बताया कि अलवर जिले के खैरथल थानां के गांव कुमपुर में ठेके में कुछ लोगों ने शराब की दूकान से आग का काला गुब्बार निकलते देखा। तत्काल दूकान का शटर तोडा गया और अन्दर जाने पर वहां डीप फ्रीजर में एक शक्श जली हुवी हालत में पड़ा था। परिजनों ने आग लगाकर जलाकर मारने का आरोप लगाया है। पुलिस की माने तो मृतक कमल की उम्र 22 साल थी और उसकी पहचान कमल किशोर के रूप में हुई है जो की इसी इलाके के झाड़का गांव का रहने वाला था और इसी शराब की दूकान पर सेल्समैन का काम भी करता था।

परिवार वालों की माने तो 24 अक्टूबर 2020 को शाम करीब 4 बजे उसे ठेकेदार सुभाष यादव एवं ठेकेदार राकेश यादव उसके घर से बुलाकर ले गए। उसका भाई पूरी रात घर नहीं आया। अगले दिन सुबह उन्हें पता चला कि कुमपुर स्थित उस शराब की दुकान पर आग लग गई है। शराब की दुकान पर पहुंचे तो दुकान भी जलकर राख हो चुकी थी और दूकान का शटर बंद था। लोगों के सामने शटर खोला गया तो अंदर का नज़ारा वहां मौजूद सभी लोगों के रोंगटे खड़े करके दिल दहला देने के लिए काफी था। दूकान में काम करने वाला कमल किशोर दुकान के अंदर जलकर भस्म हो चुका था। परिजनों ने आरोप लगाया है कि ठेके के पीछे की ओर छेद से पेट्रोल या अल्कोहल छिड़क कर आग लगाई गई है।

आग फैलने के बाद उसका भाई जान बचाने के लिए डीप फ्रिज में गया जहां उसकी जिन्दा जलने से मौत हो गई। घटना के सामने आने के बाद पहले तो जब तक इस घटना के आरोपियों को गिरफ्तार करके उन्हें कड़ी सजा नहीं दी जाती तब तक परिजनों ने मृतक का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। हालांकि बाद में पलिस ने परिजनों को समझाबुझा कर मृतक का पोस्टमार्टम करा परिजनों को शव सौंप दिया।

मृतक कमल किशोर के बड़े भाई रमेश का कहना है कि उसका भाई शाम को 4 बजे तक घर पर ही था, ठेकेदार घर आये तो उसके साथ लेकर गए। सुबह पता चला की उसके ठेके में आग लग गयी है। यहां का नजरा सब बता रहा है कि कितनी दर्दनाक तरीके से उसके मारा गया होगा। पेट्रोल डालकर उसे आग लगा दी गयी है। हमें न्याय चाहिए, ठेकेदार काफी प्रभावशाली है इसलिए जांच तेजी से नहीं हो पा रही है।

फिलहाल इस घटना के बाद जहां पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है वहीं लोगों में भी जबर्दस्त आक्रोश फैला हुआ है। हालांकि इस घटना के बाद दूकान के दोनों मालिकों का अचानक इस तरह से लापता हो जाना अब भी इस मामले में बड़ा रहस्य बना हुआ है।

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