उपडाकपाल संजय कुमार सिन्हा की खुदकुशी केस में प्रताडऩा के बिन्दुओं पर जांच में जुटी पुलिस

उपडाकपाल संजय कुमार सिन्हा की खुदकुशी मामले में प्रताडऩा के बिन्दुओं पर पुलिस जांच कर रही है। इससे संबंधित साक्ष्यों की पड़ताल करने के लिए पुलिस ने विभागीय अधिकारियों से पूछताछ की। हालांकि पुलिस को अब तक इस संबंध में कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि उपडाकपाल ने सुसाइड नोट में विभागीय प्रताडऩा व एक अधिकारी पर पैसा मांगने का आरोप लगाया था। सुसाइड नोट को पुलिस गोपनीय रखे  है। काजीमोहम्मदपुर थानाध्यक्ष मो.शुजाउद्दीन ने बताया कि विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों से जानकारी ली गई है।

खुदकुशी से संबंधित साक्ष्यों को  एफएसएल के लिए भेजा गया है। इसमें यह जांच की जाएगी कि आग लगाने में किस ज्वलनशील पदार्थ का प्रयोग किया गया।

पुलिस उपडाकपाल के मोबाइल नंबर समेत आधा दर्जन नंबरों को खंगालने में जुटी है। पुलिस यह जानना चाह रही है कि मृतक के मोबाइल से सबसे अधिक बार किसे कॉल की गई। उनके मोबाइल का मैसेज और चैट भी खंगालने की कवायद की जा रही है।

गुरुवार को फिर एक बार फिर थानाध्यक्ष मो. शुजाउद्दीन आरडीएस कॉलेज स्थित उपडाकघर पहुंचे। वहां मौजूद कर्मियों व अधिकारियों से पूछताछ की। घटनास्थल वाले कमरे का फिर से जायजा लिया। बाहर से भी छानबीन की। कैश बुक की एक बार फिर से जांच की।

इस बारे में नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने कहा कि सुसाइड नोट के आधार पर जांच चल रही है। केस डायरी में इसे शामिल किया जाएगा। चार्जशीट के साथ इसे कोर्ट में जमा कर दिया जाएगा। पुलिस सभी बिन्दुओं पर जांच कर रही है।

मामले की निष्पक्ष जांच की मांग

उपडाकपाल संजय कुमार सिन्हा की खुदकशी को लेकर डाक प्रमंडल के संघीय प्रतिनिधियों की गुरुवार को बैठक बुलाई गई। उनके अकाल मृत्यु पर बैठक में शोक व्यक्त किया है। बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर मामले की निष्पक्ष जांच, मृत्युपरांत मिलने वाले लाभ उनके आश्रितों को जल्द से जल्द देने की मांग की गई। प्रवर डाक अधीक्षक को इससे अवगत कराया। बैठक में सचिव दीनानाथ प्रसाद साह, प्रेरित कुमार, सत्येन्द्र लाल, मङ्क्षनद्र कुमार, अजय कुमार व धीरज कुमार सहित अन्य शामिल थे।

E-Paper