आंधी, तूफान के साथ बारिश हो रही, सिवनी में नदी-नाले उफान पर, मालवा-निमाड़ में पेड़ गिरे

वातावरण में लगातार नमी आने के कारण प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर रुक-रुक कर बरसात का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में शुक्रवार को छिंदवाड़ा में 48, धार में 36, मलाजखंड में 13, मंडला में 6, होशंगाबाद में 2, खजुराहो में 1.2 मिमी. बरसात हुई। राजधानी में कुछ स्थानों पर बौछारें पड़ीं।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में किसी सिस्टम के बनने के बाद ही लगातार बारिश का सिलसिला शुरू होगा। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में मानसून ट्रफ ग्वालियर, सतना, अंबिकापुर से होकर गुजर रहा है। दक्षिण गुजरात पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। उसके प्रभाव से प्रदेश के मालवा क्षेत्र में बरसात हो रही है।

पूर्वी उप्र पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम से होकर विदर्भ तक एक ट्रफ बना हुआ है, जो पूर्वी मप्र.से होकर गुजर रहा है। उड़ीसा के तटीय क्षेत्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। मध्य अरब सागर में भी चक्रवात मौजूद है।

इस वजह से वातावरण में लगातार नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें पड़ रही हैं। शुक्ला के मुताबिक बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद ही प्रदेश में लगातार बारिश का सिलसिला शुरू हो सकेगा।

सिवनी/ मंडला । सिवनी और मंडला जिले में झमाझम बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। सिवनी मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार दोपहर जोरदार बारिश हुई। करीब एक घंटे तेज बारिश के बाद रुक रुककर बारिश का दौर चलता रहा। तेज बारिश से मुख्यालय से 6 किमी दूर लखनवाड़ा में बैनगंगा नदी उफान पर आने से छोटा पुल (रपटा) डूब गया।

बैनगंगा नदी के घाटों में स्थित मंदिर भी उफान के जद में आ गए। बरघाट में तेज बारिश से सड़कें तालाब में परिवर्तित हो गईं। बंडोल के बांकी में बारिश से कई लोगों के घरों में पानी भर गया। लखनवाड़ा से राहीवाड़ा के बीच कई छोटे नाले उफान पर आने से मार्ग अवरुद्घ हो गए। इससे गांवों का संपर्क टूट गया।

मंडला : जिला मुख्यालय में दोपहर बाद करीब एक घंटे से अधिक बारिश हुई है। सुबह से मौसम में बहुत अधिक उमस थी। लग रहा था कि शाम को बारिश होगी। पर दोपहर बाद ही मौसम बन गया और तेज बारिश घंटे भर हुई, जिससे उमस से भी राहत मिल गई। इसके बाद से आसमान में बादल छाए हुए हैं, लेकिन बारिश नहीं हुई है।

आंधी के साथ बारिश, टीनशेड उड़े, पेड़ गिरे-नदी-नाले उफान पर रहे

मालवा-निमाड़ (हमारे प्रतिनिधि)। अंचल में कई जगह शुक्रवार को आंधी के साथ बारिश हुई। इससे नदी-नाले उफान पर आ गए और लोग जान जोखिम में डालकर पुलिया से निकलते रहे। मंदसौर जिले में टीन शेड उड़ गए और पेड़ भी गिरे। जलजमाव से लोग परेशान हुए।

झाबुआ के पेटलावद क्षेत्र में शुक्रवार को बारिश का दौर चला। इससे फसलों को राहत मिली है। क्षेत्र में कई दिनों से बारिश नहीं होने से किसान चिंतित थे। जिले में अब तक करीब साढ़े 7 इंच बारिश हो चुकी है। धार में शुक्रवार को करीब डेढ़ इंच वर्षा दर्ज की गई है। हालांकि अंचल में बदनावर को छोड़कर कई स्थानों पर बारिश को लेकर खेंच बनी हुई है।

कॉलोनियों में एक फीट पानी भरा

मंदसौर के पिपलियामंडी व शामगढ़ क्षेत्र में आंधी के साथ हुई बारिश से नुकसान हुआ। पिपलियामंडी की कृषि उपज मंडी में व्यापारियों के गोदामों की छत के टीन शेड उड़ गए, पेड़ गिर गए। कनघट्टी रोड पर झोपड़ियां भी उड़ गई। तेज बारिश से कई कॉलोनियों में एक-एक फीट तक पानी भर गया।

शामगढ़ में भी आंधी ने नुकसान कि या। बारिश के दौरान घंटों बिजली बंद रही। बड़वानी के पाटी क्षेत्र में बेनी नदी उफान पर आ गई। इस दौरान पुल पर पानी आने से करीब ड़ेढ घंटे तक आवागमन अवरुद्ध हुआ। हालांकि कुछ लोग जान खतरे में डालकर पुल से वाहन से गुजरे।

बुरहानपुर में भी बारिश हुई। इससे बुधवारा, शनवारा, इतवारा, लोहारमंडी सहित अन्य इलाकों में जलजमाव हो गया। बुधवारा व शनवारा में करीब घुटने तक पानी भर गया। यह अब तक जिले में 164.2 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है।

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