जेपी नड्डा ने कोरोना काल में कांग्रेस द्वारा राजनीति किए जाने का लगाया आरोप

भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को कोरोना वायरस संकट के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप कांग्रेस पर लगाया। उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी इस संकट को मुद्दा बनाकर राजनीति नहीं कर रही है लेकिन कांग्रेस की मंशा इसी तरह की है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि हमारी पार्टी को लोगों के सेवा में विश्वास है हमारे कार्यकर्ता सड़क पर श्रमिकों की मदद करते हैं। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ पर ये बात कही।

भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को कोरोना वायरस संकट के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप कांग्रेस पर लगाया। उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी इस संकट को मुद्दा बनाकर राजनीति नहीं कर रही है लेकिन कांग्रेस की मंशा इसी तरह की है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि हमारी पार्टी को लोगों के सेवा में विश्वास है हमारे कार्यकर्ता सड़क पर श्रमिकों की मदद करते हैं। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ पर ये बात कही।

उन्होंने कहा, ‘भाजपा ने कोरोना संकट का राजनीतिकरण नहीं किया बल्कि कांग्रेस का रवैया इस संकट के हालात में जिम्मेवार नहीं रहा है इसके कारण आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चला। हमारी पार्टी को लोगों की सेवा में विश्वास है, हमारे कार्यकर्ता अपने घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए सड़क पर हैं। ‘

भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि लॉकडाउन के शुरू होने के समय में देश की कोविड-19 मामले में टेस्ट की क्षमता हर रोज केवल 10 हजार थी जो अब बढ़कर प्रतिदिन 1.60 लाख पर पहुंच गई है। उनके अनुसार, आज देश में करीब साढ़े चार लाख पीपीई किट का हर दिन निर्माण हो रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर बधाई देते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘देशों के मुकाबले भारत ने मोदी जी के नेतृत्व में कोरोना की लड़ाई इस तरह से लड़ी जिसमें भारत की स्थिति संभली हुई रही। कोरोना की लड़ाई में जनभागीदारी, जनसहयोग, सबको साथ लेकर चलना और समय पर बोल्ड फैसलें लेना ये मोदी जी की खासियत रही है।’

उन्होंने कहा कि पिछले 6 वर्षों में जो 7दशक का गैप था उसको पूरा करने का प्रयास हुआ। पहले कार्यकाल में मोदी जी ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया, साथ ही लंबे समय से जिन बदलावों का इंतजार था वह पूरा किया। दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष में भारत की एकता और अखंडता के लिए ठोस निर्णय लिए।’

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