संत कबीरनगर जिले में शराबी ने अपनी दो बेटियों को पत्थर से कुच डाला, दोनों की मौत

जिले के बेलहर थाना क्षेत्र के एक गांव में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। शराबी बाप ने अपनी दो सगी बेटियों की केवल इस बात के लिए हत्या कर दिया कि वह शोर मचा रही थी। घटना के बाद से पूरे गांव में ख़ौफ़ व सन्नाटे का आलम कायम है। रविवार की देर रात 8.30 बजे जैनुल आब्दीन निवासी बनेथू शराब पीकर लौटा था। घर में उसकी दो बेटियां अलसीबा खातून (3), मोशिबा खातून (5) घर में खेल रही थी। उनके शोर मचाने से जैनुल को काफी गुस्सा आ गया और उसने संवेदनहीनता की पराकाष्ठा पार करते हुए अपनी दोनों बेटियों को ईट- पत्थर से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया।

शर्मसार हुआ खून का रिश्ता

पिता का नाम आते ही जेहन में बड़ी जिम्मेदारी का भाव उभरता है लेकिन शराब के नशे में टुन्न एक पिता ने अपनी ही सगी बेटियों की बड़ी निर्ममता पूर्वक हत्या करके पिता के रिश्ते को भी शर्मसार कर दिया। बनेथू गांव में दो मासूम बेटियों की हत्या से पूरे गांव को हिलाकर रख दिया है। पूरे गांव के लोग हतप्रभ है तो मौके पर जांच करने पहुंचे पुलिसकर्मी भी घटना से आवाक है। सभी का कहना है कि कोई कैसे अपने ही खून का इस तरह से कत्ल कर सकता है।

पत्‍नी से हो चुका है तलाक

मासूमों की रोने की आवाज पड़ोसियों ने सुनकर पुलिस को सूचना दिया। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर हत्यारे बाप को हिरासत में ले लिया। चर्चा है कि जैनुल का उसकी पत्नी से बीते एक वर्ष पहले तलाक हो चुका है, उसकी दोनों बेटियां पिता के साथ ही रहती थी। उक्त घटना को लेकर समूचे गांव में ख़ौफ़ का आलम कायम है। बेलहर थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी को हिरासत में लिया गया है। जल्द मुकदमा दर्ज करते हुए उसे जेल भेजा जाएगा।

ईंट-पत्थर की मार नहीं झेल सके मिट्टी के घरौंदे में खेलने वाले मासूम

जैनुल आब्दीन प्रतिदिन मजदूरी करने घर से निकल जाता था। उसकी दोनों मासूम बच्चियां अलबीसा व मोबिशा मिट्टी के घरौंदे में खेला करती थी। रविवार को घटना के पहले भी वह खेलकूद कर थक चुकी थी। जैनुल काम से लौटा तो दोनों खुश हो गई। लेकिन उनके शोर को जैनुल ने हमेशा- हमेशा के लिये दबा दिया। बच्चियों के दर्दनाक चीखों से पूरा गांव हिल गया। घटना को लेकर शराबी पिता के चेहरे पर कोई दुःख के भाव देखने को नहीं मिले जोकि पूरी मानवता को शर्मशार करने वाली घटना है।

ईद पर नए कपड़े पहनने का सपना रहा अधूरा

रमजान का महीना चलने के कारण पूरे महीने से दोनों बच्चियां नए पकड़े पहनने व मेला देखने जाने को लेकर उत्साहित थी। ईद के एक दिन पहले दोनों की हुई निर्मम हत्या से उनके अरमान भी पूरे नहीं हो सके। पुलिस ने सफेद कपडों में दोनों बच्चियों को कब्जे में लिया तो पूरा गांव द्रवित हो गया। गांव के लोगों ने जैनुल को राक्षस तक कि संज्ञा दे डाली।

दादी बेसुध तो माँ पर टूटा दुखों का पहाड़

अपने पति के उत्पीड़न से परेशान जैनुल की पत्नी सदिमा खातून ने तलाक ले लिया था। वह अपने बच्चियों को अपने साथ ले जाना चाहती थी लेकिन जैनुल ने मासूमों को उसे सौंपने से मना कर दिया था। रविवार को हुई इस घटना से बच्चियों के लालन- पालन में लगी उसकी दादी बेसुध है तो थाने में पहुंची मासूमों की माता रो- रोकर अपने दुख का इजहार कर रही है। रिश्ते को कलंकित करने वाली इस घटना ने ईद की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया।

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