जनवरी में सीबीआइ ने उमर की गिरफ्तारी पर दो लाख रुपये का इनाम किया घोषित

दो लाख रुपये के इनामी अभियुक्त मोहम्मद उमर की गिरफ्तारी के लिए बुधवार सुबह सीबीआइ की चार सदस्यीय टीम ने चकिया में पूर्व सांसद अतीक अहमद के निवास पर छापेमारी की। करेली और खुल्दाबाद पुलिस के साथ पहुंची सीबीआइ ने मकान के हर कमरे और तहखाने की तलाशी ली हालांकि उमर वहां मिला नहीं। उसे हाजिर कराने की चेतावनी देकर सीबीआइ लौट गई।

उमर देवरिया जेल कांड में अपने पिता पूर्व सांसद अतीक के साथ हैं आरोपित

उमर देवरिया जेल कांड में अपने पिता पूर्व सांसद अतीक के साथ आरोपित है। अतीक को देवरिया जेल कांड के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पिछले साल अप्रैल में अहमदाबाद जेल भेज दिया था। सीबीआइ ने 26 दिसंबर 2018 की घटना में नए सिरे से मुकदमा दर्ज करने के बाद उमर के खिलाफ पिछले साल अगस्त में कोर्ट से गैर जमानती वारंट हासिल किया।

सीबीआइ ने उमर पर रखा है दो लाख का इनाम

जनवरी में सीबीआइ ने उमर की गिरफ्तारी पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया। इश्तेहार जारी करने के साथ ही प्रयागराज, लखनऊ, नोएडा में पोस्टर भी चिपका दिए थे। घर में उमर की मां शाइस्ता परवीन और छोटे भाई मौजूद थे। कार्रवाई के दौरान वॉशरूम और छत पर भी जाकर देखा। तकरीबन दो घंटे तक तलाशी ली। वहीं उमर के भाई एक  लाख के इनामी पूर्व विधायक अशरफ को पुलिस खोज रही है। पिछले हफ्ते क्राइम ब्रांच ने छापेमारी की थी। अशरफ की संपति की चार बार कुर्की भी हो चुकी है। अब माना जा रहा है कि सीबीआइ भी जल्द ही लंबे समय से फरार उमर के खिलाफ भी कोर्ट में कुर्की की प्रक्रिया शुरू कर देगी। एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि सीबीआइ ने सहयोग मांगा तो दो थानों की पुलिस फोर्स भेजी गई थी।

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