मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर ने अपनी किताब में मुंबई हमले को लेकर किया ये बड़ा खुलासा….

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया ने अपनी किताब में मुंबई हमले को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने अपनी पुस्तक लेट मी से इट नाउ में लिखा है कि अगर लश्कर का प्लान सफल हो जाता तो सारे अखबार और टीवी चैनलों पर ‘हिंदू आतंकवाद’ की हेडिंग ही दिखती।

उन्होंने अपनी किताब में लिखा कि 26 नवंबर, 2008 के मुंबई हमले में शामिल पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद अजमल आमिर कसाब अगर मौके पर ही मारा जाता तो आज दुनिया इस घटना को शायद हिंदू आतंकवाद मान रही होती। 26/11 अटैक को अंजाम देने वाला पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने इसे भारत के ही हिंदुओं की ओर से किए गए आतंकवादी हमले का रूप देने की बेहद खतरनाक साजिश रची थी।

इस किताब पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस ने हिंदू आतंकवाद के नाम पर देश को गुमराह करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि इसका खामियाजा कांग्रेस को साल 2014 औऱ 2019 में भुगतना पड़ा। जनता ने उन्हें पूरी तरह से हराया। मारिया की किताब पर पीयूष गोयल ने कहा कि ये बातें उन्हें तब बोलनी चाहिए थीं जब वो पुलिस कमिश्नर थे। गोयल ने सवाल किया कि मारिया ने ये सब बातें अभी क्यों बोले?

पीयूष गोयल ने कहा कि पहली बात तो ये कि मारिया ने ये सब बात अभी क्यों बोली। जब वो पुलिस कमिश्नर थे तब उन्हें ये सब बातें बोलनी चाहिए। वास्तव में सर्विस रूल्स में अगर कोई जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पास है तो उनके उसके ऊपर एक्शन लेना चाहिए था। मेरे ख्याल से बहुत गहरी साजिश रची गई थी कांग्रेस द्वारा, यूपीए द्वारा। झूठ और फरेब का एक और नमूना उस समय हमने देखा था जब उन्होंने पूरी तरीके से झूठा हिंदू टेरर…चिदंबरम साहब के कहने पर खड़ी करने की कोशिश की थी।

मैं निंदा करता हूं कांग्रेस का और सभी उन लोगों का जो हिंदू टेरर के झूठे आरोपों से उस समय देश को गुमराह करने की कोशिश की थी। उसका खामियाजा उन्हें 2014 में और 2019 में…देश की जनता ने उन्हें पूरी तरह से हराया। मैं समझता हूं टेरर का कोई धर्म नहीं होता। टेरेरिस्ट, टेरेरिस्ट होता है और झूठे आरोपों पर कुछ लोगों को जो फंसाने की कोशिश कांग्रेस ने की थी उसकी हमारी सरकार घोर निंदा करती है।

जानें- क्या लिखा है किताब में

बता दें कि इस किताब में मारिया ने 26/11 मुंबई हमले के बाद एक मात्र पकड़े गए जिंदा आतंकी अजमल कसाब को लेकर बड़ा खुलासा किया है। इसमें उन्होंने लिखा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने 26/11मुंबई हमले को हिंदू आतंकवाद का चोला पहनाने कोशिश की थी। 10 हमलावरों को हिंदू साबित करने के लिए उनके साथ फर्जी पहचान पत्र भेजे गए थे।

मारिया के मुताबिक मुंबई पुलिस आतंकी कसाब की फोटो या अधिक जानकारी जारी नहीं करना चाहती थी।पुलिस ने पूरी कोशिश की थी कि आतंकी की डिटेल मीडिया में लीक न हो। रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी का ये भी दावा है कि कोर्ट ट्रायल के दौरान पाकिस्तान का चेहरा बेनकाब हो रहा था इसलिए अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गैंग को कसाब को मारने की सुपारी मिली थी।

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