भाजपा समर्पित कार्यकर्ताओं के हितों पर कुठाराघात के चलते भाजपा मंडल महामंत्री ने दिया इस्तीफा
- मंडल महामंत्री ने पुराने वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं को तवज्जो न देना और सपा बसपा से आए दागियों को तवज्जो देने पर दिया इस्तीफा
- दिल्ली में करारी हार के बाद भी भाजपा अगर अपने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं करती है तो ऐसा ना हो कहीं उत्तर प्रदेश में भी हार का मुंह ना देखना पड़े
आशीष सिंह, हरदोई. जिले के विकासखंड अहिरोरी के मंडल महामंत्री अमित मिश्रा ने भारतीय जनता पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं के हितों पर कुठाराघात का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा भाजपा जिला अध्यक्ष को मंडल अध्यक्ष के माध्यम से सूचनार्थ एवं अग्रिम कार्यवाही हेतु भेजा है भाजपा मंडल महामंत्री के द्वारा की गई इस्तिफे की पेशकश से मंडल के कार्यकर्ताओं में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है.
अमित मिश्रा ने अपने दिए गए त्याग पत्र में लिखा है की मैं मंडल महामंत्री अहिरोरी हरदोई का दायित्व निर्वाहन करने में असमर्थ हूं क्योंकि आप के कार्यकाल में पराक्रम से परिक्रमा भारी होने के कारण समर्पित कार्यकर्ताओं के हितों पर कुठाराघात होने के कारण मैं काफी व्यथित वह आहत हूं क्योंकि मैं पार्टी का जन्मत: समर्पित कार्यकर्ता हूं राष्ट्रीय प्रदेश नेतृत्व को नमन करते हुए मंडल महामंत्री अहिरोरी के पद से त्यागपत्र देता हूं.
उक्त प्रकरण को लेकर अहिरोरी मंडल अध्यक्ष सुनील बाजपेई से बातचीत की गई जिसमें उन्होंने बताया कि त्यागपत्र हमको मिला है और हम जिलाध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत करूंगा और वह जैसा भी निर्णय लेंगे और इस विषय पर मैं कुछ नहीं कह सकता हूं।
बरहाल कल से बनी जिला की पदाधिकारियों की कार्यकारिणी से ही पार्टी और संगठन में हड़कंप मचा हुआ पार्टी के पुराने लोगों को जिले की कार्यकारिणी में जगह नहीं दी गई है वही कुछ दिनों मैं पार्टी का दामन थामने वाले लोगों को पार्टी ने तवज्जो दी है ऐसे में जिन लोगों ने पार्टी में अपना जीवन खपा दिया अब पार्टी उन लोगों को नजरअंदाज करके बस कुछ महीने पहले मिले हुए लोगों को रेवडियो के तरह पद बांट दिए जिसके बाद भाजपा में बगावत सुगबुगाहट आने लगी थी.
इसी क्रम में आज भारतीय जनता पार्टी के मंडल महामंत्री द्वारा पार्टी पर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करना और पारियों को पार्टी में तवज्जो देने पर इस्तीफा दिया है अब ऐसे में दिल्ली से करारी हार के बाद उत्तर प्रदेश में भी भाजपा अपने वरिष्ठ ओं को संभाल कर नहीं रखती है तो उत्तर प्रदेश में भी कई हार का सामना करना पड़ जाए