रांची पहुंचे BJP प्रभारी ओम माथुर, आजसू से गठबंधन पर आज होगा बड़ा एलान

झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारियों को धार देने के लिए भाजपा के चुनाव प्रभारी ओम माथुर शुक्रवार को रांची पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि सीट शेयरिंग पर दोनों दलों की ओर से लगातार बिगड़ते रिश्‍ते को लेकर आज कोई बड़ा एलान किया जाएगा। भाजपा और आजसू के बीच जारी खींचतान पर संभव है कि प्रदेश चुनाव प्रभारी आखिरी फैसला लें। भाजपा की अंतिम सूची भी जारी की जा सकती है। ओम माथुर ने कहा कि हम आजसू के रुख का इंतजार कर रहे हैं।

भाजपा के चुनाव प्रभारी ओम प्रकाश माथुर ने रांची एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत मेंं कहा कि हम चुनाव में जा रहे हैं। तीसरी लिस्ट जारी हो चुकी है। कुछ सीटें बचीं हैं, एक दो दिन में वह भी जारी हो जाएगी। आजसू से रिश्तों पर कहा कि हम गठबंधन को बनाए रखना चाहते हैं। हमें चुनाव में सौहार्दपूर्ण तरीके से जाना चाहिए। कई बार चुनाव में फ्रेंडली फाइट भी होती है।

ओेम माथुर ने गठबंधन बना रहेगा, इस पर कहा कि हम आजसू के रुख का इंतजार कर रहे हैं। हमारी नौ सीटें अभी शेष है। अब निर्णय उन्हें लेना है। वो क्या सोच रहे हैं यह उनसे जुड़ा विषय है। क्या झारखंड में भाजपा की रणनीति फेल हो रही है पर कहा कि हमारी रणनीति कभी फेल नहीं होती। भाजपा निश्चित तौर पर 65 प्लस का आंकड़ा पार करेगी। 23 दिसंबर को देख लीजिएगा।

शुक्रवार को रांची पहुंचे ओम प्रकाश माथुर ने भाजपा के चुनाव सह प्रभारी नंद किशोर माथुर और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने ताजा घटनाक्रम पर मंत्रणा की। शाम चार बजे मुख्यमंत्री रघुवर दास के कोल्हान से लौटने के बाद एक बार फिर प्रदेश की कोर टीम बैठेगी।

सरयू राय की सीट पर कोई फैसला नहीं

भाजपा के दिग्‍गज मंत्री सरयू राय की सीट फंस गई है। वे जमशेदपुर पश्चिम से टिकट के दावेदार हैं लेकिन पार्टी की तीन सूची जारी होने के बावजूद उनकी सीट को लेकर फैसला अभी लंबित है। इसकी वजह राजनीतिक वर्चस्व को माना जा रहा है। सरयू राय मुख्यमंत्री रघुवर दास की कैबिनेट में हैं और कई नीतिगत फैसलों का वे खुलेआम विरोध करते हैं। वे लगातार कैबिनेट की बैठकों का बहिष्कार करते रहे हैं।

अटकलें लगाई जा रही है कि इसी वजह से उनकी सीट पर निर्णय लेने में मुश्किलें आ रही है। 15 उम्‍मीदवारों की तीसरी सूची जारी होने के बाद भी उनकी उम्‍मीदवारी घोषित नहीं की गई है। बीजेपी ने अब तक 81 में 68 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। पहली सूची में 52 और दूसरी सूची में महज एक लोहरदगा सीट से प्रत्याशी की घोषणा की गई थी। यदि हुसैनाबाद से भाजपा समर्थित उम्मीदवार विनोद सिंह को भी जोड़ लें तो इनकी संख्या 69 हो जाती है। इस तरह अब भाजपा की 12 सीटों की घोषणा शेष है। आज इसपर कोई ठोस फैसला होने की संभावना है।

भाजपा-आजसू की राह अलग, टूटा एनडीए

ओम माथुर के एलान के साथ ही शुक्रवार को यह तय हो जाएगा कि भाजपा और आजसू अलग-अलग चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में किसे कितना लाभ और नुकसान होगा इस पर राजन‍ीतिक पंडितों और विपक्ष की नजरें टिकी हैं। आजसू की ओर से एक बार फिर उम्‍मीदवारों की सूची शुक्रवार काे जारी की जाएगी। भाजपा के झारखंड विस चुनाव प्रभारी ओम प्रकाश माथुर के रांची पहुंचते ही सरगर्मी तेज हो गई है। भाजपा-आजसू गठबंधन पर उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपना स्टैंड स्पष्ट कर दिया है, अब निर्णय आजसू को लेना है। इधर भाजपा की आखिरी सूची का इंतजार किया जा रहा है। जिसमें कई सीटों को होल्ड पर रखा गया है। मंत्री सरयू राय की सीट पर भी पेंच फंसा है। उनसे मुख्‍यमंत्री रघुवर दास का छत्तीस का आंकड़ा जगजाहिर है।

बता दें कि आजसू ने 11 प्रत्‍याशियों की सूची पहले ही जारी कर दी है। आजसू सुप्रीमो के मुताबिक उनकी 26 सीटों पर चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी है। किसी भी सूरत में पार्टी 17 से कम सीटों पर समझौता नहीं करेगी। इनमें 13 सीटें लॉक की जा चुकी है। इधर भाजपा के साथ आजसू के 19 वर्षों से चले आ रहे गठबंधन के टूटने के पूरे आसार दिख रहे हैं। हालांकि दोनों ही पार्टियां इसकी घोषणा करने से बच रही है। दोनों दलों की ओर से एक-दूसरे के पाले में गेंद डालने की कोशिश हो रही है।

E-Paper