
गोंडा और बस्ती के वाल्टरगंज क्षेत्र के रहने वाले मनीष ने छोटी बहन के हाथ-पैर बांधकर उसे बोरे में भर दिया और कार की डिक्की में डालकर मां के साथ मामा के घर जाने के लिए निकला। रास्ते में बहन का गला घोंट दिया। इसके बाद मां को मामा के घर छोड़कर ममेरे भाई के साथ निकला और पीडी बांध पर बहन की लाश फेंकने के बाद कार से कुचल दिया था।
तरबगंज इलाके में पीडी बंधे पर 17 नवंबर को मिली लाश की शिनाख्त के साथ ही पुलिस ने मामले का खुलासा किया है। बहन के प्रेम प्रसंग से नाराज मनीष ने वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपी मां-बेटे को गिरफ्तार कर लिया है।
गोंडा के एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि 17 नवंबर को युवती का शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एंटीमाॅर्टम इंजरी आने पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की थी। खुलासे के लिए सर्विलांस समेत पांच टीमें गठित कर जांच शुरू कराई गई थी। तरबगंज और अयोध्या के साेहावल तक कई सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए।
इसी दौरान पता चला कि बस्ती के वॉल्टरगंज इलाके से एक युवती लापता है, लेकिन मामले में एफआईआर नहीं दर्ज है। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस टीम ने परसा जागीर गनेशपुर निवासी मनीष और उसकी मां निर्मला को बस्ती के वाॅल्टरगंज थाना मोड़ से रविवार को गिरफ्तार कर लिया।
बस्ती में काम करता है मनीष
पूछताछ में मनीष ने बताया कि वह दो भाई है और उसकी दो बहनें थीं। इनमें बड़ी की शादी हो चुकी है। बड़ा भाई पुणे में पत्थर की सप्लाई का काम करता है और मनीष आवास विकास बस्ती में काम करता है। मनीष ने बताया कि 16 नवंबर को वह दोस्तों के साथ गोरखपुर गया था। देर रात घर लौटा तो छोटी बहन फोन पर किसी लड़के से बात कर रही थी। यह देखकर वह गुस्से में आ गया।
मनीष ने गुस्से में बहन का मोबाइल छीनकर तोड़ा
मां निर्मला ने भी बताया कि कई बार मना करने के बावजूद वह नहीं मान रही थी। मनीष ने गुस्से में बहन का मोबाइल छीनकर तोड़ दिया। पिटाई करके रस्सी से उसके हाथ-पैर बांधने के बाद बोरे में भरकर मुंह बांध दिया। इसके बाद अपनी कार की डिक्की में बोरा रखा और मामा के बेटे मुस्कान को फोन करके मां के साथ ननिहाल के लिए निकल पड़ा।
आरोपी ममेरे भाई की तलाश
पुलिस की पूछताछ में मनीष ने बताया कि मामा के गांव पहुंचने से पहले ही निर्जन स्थान पर कार रोककर मनीष ने रस्सी से बहन का गला घोंट दिया फिर मां को मामा के घर छोड़कर ममेरे भाई मुस्कान को कार में साथ लेकर अकबरपुर टांडा की तरफ निकल पड़ा। रास्ते में पुल निर्माण होने के कारण रास्ता बाधित देख लौटा आया, फिर दुबौलिया विशेश्वरगंज होते हुए नवाबगंज पहुंचा।
वहां गाड़ी में पेट्रोल डलवाने के बाद तरबगंज के पीडी बांध मार्ग पर शव डिक्की से निकालकर सड़क पर फेंका और कार से कुचल दिया। मनकापुर-बभनान-गौरा होते हुए घर लौट गया। एसपी ने बताया कि आरोपी मुस्कान की गिरफ्तारी के लिए टीम लगाई गई है।
मां बताती रही मामा के घर गई है बेटी
वाल्टरगंज थानाक्षेत्र के परसा जागीर गांव के मनीष की बहन 13 दिन से लापता थी। गांव के लोगों ने 16 नवंबर के बाद से उसे नहीं देखा था। लोग जब पूछते थे तो उसकी मां कहती थी कि बेटी मामा के घर गई है। मगर, रविवार को गोंडा पुलिस ने जब उसकी हत्या का खुलासा किया और पुलिस टीम घर जा पहुंची तो सब हक्का-बक्का रह गए।
गोंडा जिले की पुलिस देख गांव वाले भी सकते में आ गए। किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था कि मां-बेटे ने मिलकर वाकई में उसे मौत के घाट उतार दिया। उधर, मां-बेटे की गिरफ्तारी के बाद उनके घर में ताला लटका हुआ है। आसपास के लोग भी उधर जाने से कतरा रहे हैं। लोगों ने बताया कि मनीष दो भाई और दो बहनें थीं। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और बड़ा भाई पुणे में पत्थर की सप्लाई का काम करता है।
संपन्न परिवार का होने के नाते गांव में इज्जत भी थी। गांव के लोगों का कहना है कि आरोपी का स्वभाव तो ऐसा नहीं है कि वह हत्या करे, लेकिन बहन को गलत रास्ते पर जाते देख उसने आपा खो दिया होगा। वहां की कई महिलाएं बताती हैं कि लड़की भी मिलनसार थी। गांव के कई वृद्ध इस घटना के पीछे मोबाइल कल्चर को जिम्मेदार बता रहे हैं।