मध्य प्रदेश : नीट पीजी एग्जाम, रिव्यू प्रश्नों के नहीं जोड़े अंक, नाराज विद्यार्थी लेंगे कोर्ट की शरण

कोर्ट के निर्देश पर हुई नीट पीजी परीक्षा में फिर विवाद सामने आया है। एग्जाम बोर्ड ने रिव्यू प्रश्नों के उतर नहीं जोड़े है। इससे विद्यार्थियों के नंबर परिणामों में कम हो गए। अब वे इसके लिए कोर्ट की शरण लेने की तैयारी कर रहे है। इंदौर संभाग में इस परीक्षा में तीन हजार से ज्यादा परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे। उनका कहना है कि इस बार बोर्ड ने प्रश्न पत्र और आंसर शीट भी अवलोकन के लिए नहीं दे रहा है।

 

नीट पीजी 2025 का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा है। सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल बोर्ड आफ एग्जामिनेशन (एनबीई) को नीट परीक्षा 3 अगस्त को कराने की मंजूरी दी थी। इस परीक्षा में मध्य प्रदेश में हजारों विद्यार्थी शामिल हुए। कोर्ट ने एनबीई को यह भी कहा था कि छात्रों को नए परीक्षा केंद्र चुनने का मौका दे और परीक्षा प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ पूरा करें। यह परीक्षा देशभर के 301 शहरों में हुई थी।

 

एक हजार से ज्यादा परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी। इंदौर संभाग में 15 से ज्यादा सेंटरों पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी। नीट पीजी परीक्षा एमडी, एमएस और पीजी डिप्लोमा पाठयक्रमों के लिए आयोजित की जाती है। इस परीक्षा को पास कर विद्यार्थी देशभर के विश्व विद्यालयों में एमबीबीएस के बाद आगे की पढ़ाई करते है। इस बार यह परीक्षा देरी से आयोजित की गई थी। इससे भी छात्र नाराज हुए थे। रिव्यू प्रश्नों के उत्तरों के अंक नहीं जोड़े जाने के मामले में इंदौर संभाग के विद्यार्थी भी नाराज है। वे इस मामले में कोर्ट की शरण लेंगे।

 

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