महिलाएं अपने पति के भरोसे न छोड़े वित्तीय योजना, इस तरह बनाएं निवेश प्लान

पीढ़ियों से घर में वित्तीय फैसले लेने का ज्यादातर अधिकार पतियों के पास ही होता है। महिलाओं का आमतौर पर इन फैसलों में कम ही हस्तक्षेप देखने को मिलता है। हालांकि, अब समय बदल चुका है और महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। ऐसे में वित्तीय फैसलों और भविष्य की योजनाओं की प्लानिंग आखिर सिर्फ पति पर क्यों छोड़ी जाए, पत्नियों को इस ओर सजगता के साथ कदम उठाने की जरूरत है।

यूबीएस ग्लोबल की जारी एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, पति भविष्य की योजना बनाने को लेकर लापरवाह होते हैं, ऐसे में सिर्फ उनके भरोसे वित्तीय योजनाओं को छोड़ना मुनासिब नहीं होगा। हालांकि अभी भी एक महिलाओं का एक बड़ा तबका है, जो कि खासतौर पर वित्तीय मामलों में अपने पति की सलाह को ही अहमियत देता है।

क्या है महिलाओं की राय-

1800 से अधिक विवाहित पुरुषों और महिलाओं पर यह सर्वेक्षण किया गया है। इनमें से करीब आधी महिलाओं ने प्रमुख वित्तीय फैसलों और भविष्य के निवेश से संबंधित निर्णयों में अपने पति का साथ देने की बात कही। सर्वे में शामिल महिलाओं के लिए इसका कारण था कि उन्हें पता ही नहीं कि कहां से शुरू करें। कुछ महिलाओें ने हवाला दिया कि वो किसी बहस में पड़ना नहीं चाहती हैं। सर्वे में शामिल 60 फीसदी महिलाओं ने कहा कि वित्तीय फैसलों में अपने जीवनसाथी पर विश्वास करना बेहतर है। इस सर्वे में सामने आया कि पति भविष्य की योजना बनाने को लेकर थोड़ा लापरवाह होते हैं। ऐसे में पत्नियों को ऐसे फैसलों में भागीदारी के लिए आगे आना चाहिए।

आज से करें निवेश की शुरुआत-

तथ्य यह है कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक समय तक जीवित रहती हैं और उनके बुढ़ापे में अकेले रहने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में वित्तीय मजबूती होना बेहद जरूरी है। इसलिए इस अध्ययन में कुछ महिलाओं की तरह, आप भी यह नहीं जानती हैं कि कहां से शुरू करें। तो इस बारे में आज से ही सोचना शुरू करें। आपको वास्तव में अपने निवेश, जीवन बीमा जैसे कारकों पर ध्यान देना होगा।

वित्तीय निर्णयों में सक्रिय भागीदार बनें-

कोरोना काल में पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अपनी नौकरी ज्यादा गंवानी पड़ी है। ऐसे में पति के लिए गए वित्तीय फैसलों में यदि आप अपने आप को बाहर पाते हैं, तो फिर ऐसे निर्णयों में एक सक्रिय भागीदार की तरह शामिल हों। क्योंकि ऐसे फैसले आपके वित्तीय जीवन को एक साथ प्रभावित करते हैं।

इस तरीके से करें विचार-

सिर्फ एक पल के लिए खुद को अंधेरे में रखकर अकेला छोड़ दें और कल्पना करें कि वर्षों के बाद स्वतंत्र रूप से आपको वित्त प्रबंधन करने की आवश्यकता है। या फिर अपने रिश्ते से बाहर निकलने पर विचार करें। ऐसे परिसंपत्तियों के विभाजन और खातों तक खुद की पहुंच के बारे में विचार करें। यह अभ्यास आपके जीवन में चिंता को जोड़ने के लिए नहीं है, बल्कि वित्तीय फैसलों पर पर आंख बंद करके चलने के साथ आने वाले जोखिम को समझने के लिए आवश्यक है। इसके जरिए आप वित्तीय प्रबंधन में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रेरित हो सकते हैं।

अपने ज्ञान का विस्तार करें-

बेहद जरूरी है कि वित्तीय प्रबंधन से संबंधित अपने ज्ञान का विस्तार करें। अपने साथी के साथ ऐसे मामलों पर चर्चा करें। निवेश और दीर्घकालिकक वित्तीय योजनाओं को लेकर नया सीखने को लेकर प्रतिबद्ध हों। उदाहरण के लिए, रिटायरमेंट के लिए पैसा जोड़ने के अलावा नौकरी जाने जैसी आपातकालीन स्थितियों के लिए वित्तीय योजनाओं पर विशेष ध्यान दें।

सलाह लेने में समझदारी-

वित्तीय प्रबंधन और भविष्य की निवेश योजनाओं के प्रति अपनी रुचि को बढ़ाते हुए अपने साथी के साथ बातचीत करें। यह कठिन नहीं होगा। आपको कोशिश करनी होगी कि पति को समझाएं कि आप ऐसे मुद्दों पर उनके साथ जुड़ के साथ अधिक संपर्क में रहना चाहती हूं। ऑनलाइन टूल का उपयोग करें जो आपको व्यक्तिगत पूंजी या जेटा की तरह एक ही स्थान पर सभी खाते की शेष राशि और नकदी प्रवाह को देखने में मदद कर सकता है।

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