एस. जयशंकर ने माइक पोंपियो से कहा, कश्मीर मुद्दे पर केवल पाक से होगी बात
बैंकॉक में आसियान-भारत मंत्रिस्तरीय बैठक से इतर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) ने शुक्रवार को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो (Michael Pompeo) से बात की। उन्होंने पोंपियो को दो टूक कह दिया कि कश्मीर मसले पर केवल द्विपक्षीय बातचीत ही संभव है। यदि बात होगी भी तो केवल पाकिस्तान से होगी। इसके अलावा उन्होंने वियतनाम के विदेश मंत्री फाम बिन मिन्ह (Pham Binh Minh) के साथ भी बैठक की।
पूर्वी एशिया विदेश मंत्रियों के शिखर सम्मेलन की 9वीं बैठक आज होनी है। इसमें चार नवम्बर को बैंकॉक में होनी वाली पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (EAS) की तैयारियों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा आसियान क्षेत्रीय मंच (ARF) की 26वीं बैठक भी आज ही दोपहर में होगी। इसमें सहयोग को बढ़ावा देने और क्षेत्र में रणनीतिक विश्वास के निर्माण के लिए सदस्य देशों और संगठनों के संयुक्त कार्यक्रमों और गतिविधियों पर चर्चा होगी।
बता दें कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर, आसियान (ASEAN), मेकांग गंगा सहयोग (MGC) और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (EAS) के क्षेत्रीय मंचों की अहम मंत्रिस्तरीय बैठकों में शिरकत करने के लिए दो दिवसीय थाईलैंड दौरे पर हैं। बैंकॉक में आसियान-भारत मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कल कहा था कि भारत के लिहाज से आसियान काफी महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह एक नीतिगत चुनाव से जुड़ा हुआ है, जिसे हमने दशकों पहले बनाया था। यह सिर्फ हिंद महासागर क्षेत्र के लिए ही नहीं बल्कि आर्थिक और राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने यह भी कहा कि हम उभरते हुए हिंद-प्रशांत ( Indo-Pacific ) क्षेत्र को मजबूत, एकीकृत और समृद्ध बनाने में आसियान को केंद्रीय भूमिका निभाते हुए देखना चाहते हैं, क्योंकि यह भारत की समृद्धि में भी योगदान देता है। बैठक से इतर उन्होंने न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स, थाईलैंड के विदेश मंत्री डॉन प्रमुदविनई और जापान के विदेश मंत्री तारो कोनो से मुलाकात की।
बता दें कि इस साल जनवरी में नई दिल्ली में आयोजित आसियान-भारत स्मृति सम्मेलन (ASEAN India Commemorative Summit) की 25वीं वर्षगांठ पर आसियान सदस्य देशों (AMS) और भारत के नेताओं द्वारा किए गए प्रमुख निर्णयों के क्रियान्वयन में प्रगति की समीक्षा की जाएगी। जयशंकर और उनके थाई समकक्ष डॉन प्रमुदविनई इसकी सह-अध्यक्षता करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस बैठक में पिछले साल 15 नवंबर को सिंगापुर में आयोजित अनौपचारिक आसियान-इंडियन ब्रेकफास्ट समिट (ASEAN-India Breakfast Summit) में लिए गए फैसलों की प्रगति की भी समीक्षा होगी। इसके अलावा आसियान-भारत योजना (2016-2020) (ASEAN-India Plan of Action) के कार्यान्वयन में प्रगति की भी समीक्षा होगी। बैठक में महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर और आसियान-भारत रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों और साधनों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।