UPPCL के बड़केबाबू के आदेश के आगे मन्त्री जी का फरमान हवा हवाई

 

 

प्रदेश के ऊर्जा मन्त्री की अध्यक्षता मे3मई को हुई विभागीय बैठक मे मन्त्री महोदय द्वरा विभागीय अधिकारियों को दर्जनो दिशा निर्देश दिए गये और उनका तत्काल अनुपालन करने का निर्देश सभी डिस्कॉम को दीया गया पर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम को छोड़ अन्य किसी डिस्कॉम के प्रशासन ने मन्त्री के निर्देश को कार्यवाही मे लाने की खबर नही है । वैसे अगर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम की बात करे तो यहा का प्रशासन एक मात्र भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए यहा के एक लखनऊआ डायरेक्टर अपना पूरा कौशल लगाने मे मशगूल नजर आते है शायद पाठक भूल गये अरे वही जिनके दफ्तर में पिछले साल मलाई से भरा बैग गिर गया था तो जनाब बेख़ौफ अपने ऊर्जा मन्त्री के जाँच आदेशों की फाइलो को भी अपने दफ्तर की दबी फाइलो मे दबा कर धूल जमवाने के माहिर और खासे मंजे हुए खिलाड़ियों की तरह खेलते हैं प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी के नेता ज्ञानेंद्र सिंह डी डी द्वारा जानपद (सिविल) की जाँच की शिकायत की पत्रावली एक वर्ष से इधर-उधर घूम ही रही है प्रदेश के मन्त्री द्वारा भी उसका रिमाइंडर देने के बाद भी आज तक जाँच रिपोर्ट नही भेजी गयी और न पोर्टल पर डाली गई । तो यह कहना गलत नही होगा कि मन्त्री जी के विभाग मे उनका आदेश हवा हवाई दिखता है और भ्रष्टाचारी ही भ्रष्टाचारी को बचा रहा है अब देखना यह है कि और कितने दिन तक यह भ्रष्टाचारी अपने साथी भ्रष्टाचारी को बचाता है

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