मायावती की बृजभूषण शरण को धमकी, राजा भैया का हश्र न भूलें भाजपा प्रत्याशी

लोकसभा चुनाव 2019 में पांचवें चरण के मतदान से पहले सभी दल अपने प्रत्याशियों के प्रचार के पक्ष चुनाव प्रचार में लगे हैं। गोंडा के कैसरगंज से गंठबंधन के प्रत्याशी बसपा के चंद्रदेव राम यादव के पक्ष में चुनावी सभा में बसपा प्रमुख मायावती ने मंच से भाजपा प्रत्याशी तथा कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह को माफिया तथा गुंडा कहा।

 

BSP Supreemo Mayawati addressing press conference at her official residence in Lucknow on Saturday. Express Photo by Vishal Srivastav. 24.03.2018.

 

मायावती ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी बृजभूषण शरण सिंह को उत्तर प्रदेश में राजा भैया का हश्र नहीं भूलना चाहिए। मायावती ने कहा कि कैसरगंज से गठबंधन के चंद्रदेव राम यादव को यहां धमकाया जा रहा है। आजमगढ़ के निवासी यादव भी काफी मजबूत हैं। भाजपा प्रत्याशी बृजभूषण शरण सिंह यहां पर गुंडई करने के प्रयास में है। हमने काफी सोच-समझकर यहां की कैसरगंज सीट से चंद्रदेव राम यादव को उतारा है। श्री यादव के साथ अन्य कई प्रत्याशियों को भाजपा के प्रत्याशी ने धमकाया है। चंद्रदेव राम यादव बामसेफ के जमाने से हमसे जुड़े हैं। उनके कार्यालय पर बृजभूषण ने जो हमला कराया है, उसको काफी महंगा पड़ेगा। हम गुडों व माफिया से निपटना जानते हैं। बृजभूषण शरण सिंह को अतीक अहमद व राजा भैया का हश्र नहीं भूलना चाहिए। 

मायावती ने कहा कि देश में इस बार नमो नमो का खेल खत्म हो गया है। अब मोदी का नाटक नहीं चलेगा। देश के गरीबों को मोदी ने नीचा दिखाया है। पूंजीपतियों को लाभ देने की नीति से ही मोदी का पतन तय है। आवारा जानवरों ने किसानों को तबाह कर दिया है तो गरीब तथा अल्पसंख्यक भी इनके शासन से परेशान हंैं। दलित के साथ आदिवासियों के कोटा वाले सभी पद खाली है। हर जगह धन्ना सेठ हावी हैं। भाजपा व आरएसएस के कारण अन्य प्रदेश का विकास बंद है। इनके शासन में नोटबंदी के बाद गरीब तो गरीब होता चला गया।

मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार में देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं। इनकी सरकार के कार्यकाल में ही मसूद अजहर को छोड़ा गया था। पांच वाल तक तो उसके मामले में चुप रहे और अपने तो राष्ट्रवादी बता रहे हैं। मसूद अजहर को भाजपा ने ही सम्मान के साथ छोड़ा था। मायावती ने कहा कि देश में लोगों ने समझ लिया कि सबका साथ सबका विकास से बड़ा झूठ कुछ भी नहीं है। किसी के लिए अच्छे दिन नहीं आए। भाजपा के नेता जरूर धनी हो गए।

मायावती ने कहा कि अब तो कांग्रेस का कोई नाम ही नहीं लेगा। इनको बीते दस वर्ष के अपने खराब शासन का फल मिल गया है। कांग्रेस का न्याय योजना से गरीबों लाभ नहीं होगा। बीएसपी अपने शासन काल में गरीबों सरकार रोजगार देगी। बसपा ने दलितों व पिछडों को संतों के सम्मान में काम किया है। भाजपा व कांग्रेस दोनों गठबंधन के खिलाफ हैं। भाजपा व कांग्रेस नहीं चाहते कि दबे-कुचले लोग सत्ता में शामिल हों। मायावती ने कहा कि राहुल व मोदी मिले हैं। यह तो संसद में गले मिलते हैं।

मायावती ने कहा कि आप लोग गठबंधन के प्रत्याशी कैसरगंज से चंद्रदेव राम यादव के साथ गोंडा से विनोद सिंह को जीत दिला देना। यहां पर सपा व बसपा कार्यकर्ता एक होकर गठबंधन के प्रत्याशी को जीत दिला दें। माफिया से हम निपट लेंगे।

बसपा वैसे भी भाजपा की तरह राम नाम जपना, जनता को ठगना जैसी राजनीति नहीं करती है, यह पूरा देश जानता है। मायावती ने कहा भाजपा का काम राम नाम जपना और जनता को ठगना है। यहीं पार्टी का मकसद हैं। वहीं बसपा सर्वसमाज के हितों के लिए करती है। 

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