विदिशा और बैतूल में ओले गिरने से फसलों को भारी नुकसान, मोरों की मौत

विदिशा और बैतूल जिले में बुधवार-गुरुवार की रात ओले गिरने से भारी नुकसान हुआ है। विदिशा जिले के ग्यारसपुर क्षेत्र में ओलों की मार से कई मोरों की मौत हो गई। ग्यारसपुर के किसान राजेश जैन के मुताबिक रात करीब ढाई से तीन बजे के बीच तेज बारिश के साथ कुछ देर के लिए ओले गिरे। ग्यारसपुर, मानौरा, औलिंजा, धुरैरा आदि में बेर और आंवले बराबर तक के ओले गिरे। इन ओलों की मार से कई मोरों की मौत हो गई।

गांवों में घरों पर लगी टीन की चादरों पर ओले गिरते ही तेज आवाज के कारण लोग उठ गए थे। कई लोगों ने ओलों को इकठ्ठा कर लिया। रात में ही कुछ लोगों ने इनके फोटो भी लिए। गुरुवार सुबह जब किसान खेतों में पहुंचे तो बर्बादी साफ नजर आई। ओलों की मार से मृत मोरों के शव जहां-तहां पड़े हुए थे। गेहूं की बालियां टूटकर खेतों में बिखर चुकी थी। चना और मसूर की फसल मिट्टी में धंसी हुई थी। इस ओलावृष्टि के कारण भारी नुकसान हुआ है।

उधर, बैतूल जिले के चिचोली ब्लाक आलमगढ़ के किसान अकरम पटेल ने बताया कि रात लगभग 11 बजे आलमगढ़, अजाई, आमापुरा, बोड रैयत समेत आधा दर्जन से अधिक गांवों में बेर बराबर के ओले गिरे। जिससे फसलों को नुकसान हुआ। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि ओले प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का जायजा लेने के लिए टीम भेज दी गई हैं।

इसी तरह हरदा जिले के कई गांवों में भी रात में ओलावृष्टि हुई है। वहां भी फसलों को काफी नुकसान बताया जा रहा है। किसानों का कहना है कि इस बार फसल अच्छी आई थी, लेकिन बार-बार मौसम बदलने के कारण फसलों को नुकसान हो रहा है।

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