सिर्फ डाइजेशन नहीं, आपके मूड और इम्युनिटी से भी है Gut Health का कनेक्शन
क्या आपने कभी सोचा है कि आपके शरीर का एक छोटा-सा हिस्सा आपकी पूरी सेहत यहां तक कि आपके मूड पर भी कितना बड़ा असर डाल सकता है? जी हां हम बात कर रहे हैं आपकी Gut Health की जिसे हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं और जाने-अनजाने सेहत से जुड़ी कई परेशानियों को न्योता दे बैठते हैं।
क्या आपको पता है कि आपकी Gut Health सिर्फ खाने-पीने से नहीं, बल्कि आपके मूड, स्किन और इम्युनिटी से भी गहराई से जुड़ी है? जी हां, हमारे शरीर का एक बहुत ही अहम हिस्सा है- गट हेल्थ, यानी आंतों की सेहत, लेकिन ये गट हेल्थ आखिर है क्या और क्यों इसे लेकर आजकल इतनी चर्चा हो रही है? आइए, डॉ. आशीष कुमार (सीनियर कंसल्टेंट गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, सर गंगा राम अस्पताल, दिल्ली) से इस विषय को विस्तार से समझते हैं।
क्या है गट हेल्थ?
गट हेल्थ का मतलब होता है कि हमारी आंतें सही तरीके से काम कर रही हैं या नहीं। क्या खाना ठीक से पच रहा है? क्या उसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर में अच्छे से अब्जॉर्ब हो रहे हैं और क्या शरीर के लिए हानिकारक चीजें बाहर निकल रही हैं?
ये सब सवाल गट हेल्थ से जुड़े होते हैं। अगर ये सभी काम सही ढंग से हो रहे हैं, तो समझिए आपकी गट हेल्थ दुरुस्त है और इस पूरे सिस्टम में जो सबसे अहम रोल निभाता है, वो है- गट माइक्रोबायोम।
क्या हैं गट माइक्रोबायोम?
हमारे पेट में करोड़ों-अरबों बैक्टीरिया रहते हैं, जिन्हें मिलाकर बनता है गट माइक्रोबायोम। इनमें से ज्यादातर बैक्टीरिया अच्छे होते हैं- जो हमें बीमारियों से बचाते हैं, खाना पचाने में मदद करते हैं, कुछ जरूरी विटामिन बनाते हैं और हमारी इम्युनिटी को मजबूत बनाते हैं।
इन बैक्टीरिया का रोल हम पहले नहीं जानते थे, लेकिन पिछले 10-20 सालों में साइंस ने बताया है कि हमारे पेट के ये ‘छोटे दोस्त’ हमारी सेहत के बहुत बड़े रखवाले हैं।
पेट और दिमाग का सीधा रिश्ता
आपको ये जानकर हैरानी हो सकती है कि हमारे पेट और दिमाग के बीच एक गहरा कनेक्शन होता है, जिसे वैज्ञानिक गट-ब्रेन एक्सिस कहते हैं। मतलब ये कि अगर आपके पेट का बैलेंस बिगड़ जाए, यानी अच्छे बैक्टीरिया कम हो जाएं- तो आपको चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन, चिंता, नींद की कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
और ये रिश्ता दो तरफा होता है। अगर आप तनाव में हैं या आपका मूड अच्छा नहीं है, तो उसका असर भी सीधे आपकी आंतों पर पड़ता है। इससे पाचन प्रक्रिया बिगड़ती है और पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे IBS (Irritable Bowel Syndrome) हो सकती हैं।
स्किन प्रॉब्लम की वजह हो सकता है आपका पेट
अगर आपकी त्वचा पर बार-बार दाने, एलर्जी या एक्जिमा जैसी समस्याएं होती हैं, तो एक बार अपने गट हेल्थ पर ध्यान दीजिए। जब पेट का संतुलन बिगड़ता है, तो शरीर में सूजन बढ़ जाती है। इसका असर सीधे हमारी त्वचा पर दिखता है। जैसे गट में माइक्रोबायोम होते हैं, वैसे ही हमारी त्वचा पर भी बैक्टीरिया का संतुलन होता है। अगर ये संतुलन बिगड़ता है, तो स्किन प्रॉब्लम्स होना तय है।
पेट से होती है इम्युनिटी की शुरुआत
हम जो भी खाते हैं, उससे हानिकारक चीजों को फिल्टर करने का काम हमारी आंतें करती हैं। और इसमें अच्छे बैक्टीरिया का बड़ा रोल होता है। अगर पेट में अच्छे बैक्टीरिया मौजूद हैं, तो हमारा शरीर बीमारियों से बेहतर तरीके से लड़ सकता है। यानि गट हेल्थ अच्छी हो, तो शरीर का रक्षा तंत्र भी मजबूत रहता है।
क्यों बिगड़ जाती है गट हेल्थ?
गट हेल्थ कई वजहों से खराब हो सकती है:
बार-बार और बिना जरूरत एंटीबायोटिक दवाएं लेना
बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड और जंक फूड खाना
बहुत मीठा या कम फाइबर वाला खाना
नींद की कमी और लगातार तनाव
बार-बार इन्फेक्शन होना
इन सब चीजों से अच्छे बैक्टीरिया कम हो जाते हैं और पेट की सेहत बिगड़ जाती है।
कैसे रखें अपने गट को हेल्दी?
फाइबर से भरपूर खाना खाएं – जैसे फल, सब्जियां, दालें और साबुत अनाज।
दही जैसे प्रोबायोटिक फूड खाएं – जो अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं।
जंक फूड और प्रोसेस्ड चीजों से दूरी रखें – ये गट बैलेंस बिगाड़ते हैं।
बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक न लें – ये अच्छे बैक्टीरिया को भी मार देते हैं।
पानी खूब पिएं और नींद पूरी लें – इससे पाचन बेहतर होता है और तनाव कम रहता है।
तनाव कम करें और एक्टिव रहें – गट हेल्थ पर पॉजिटिव असर पड़ता है।
गट हेल्थ सिर्फ पेट से जुड़ी बात नहीं है- ये आपके ब्रेन, स्किन और इम्युनिटी से सीधा ताल्लुक रखती है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अगर हम अपने गट का ख्याल रखें, तो हम न सिर्फ शारीरिक रूप से, बल्कि मानसिक रूप से भी बेहतर महसूस करेंगे।