मानसून में बढ़ जाते हैं एलर्जी के मामले!

मानसून का मौसम जितना सुहावना होता है उतना ही यह कई लोगों के लिए परेशानी भी लाता है- खासकर एलर्जी के रूप में। बदलते मौसम में छींकें आना नाक बंद रहना गले में खराश आंखों में दर्द और लाली नाक बहना और कभी-कभी हल्का बुखार भी एलर्जी के आम लक्षण हैं। ऐसे में आइए डॉक्टर से जानें बचाव के कुछ खास तरीके।

बारिश की फुहारें जहां एक ओर सुकून देती हैं, वहीं दूसरी ओर बहुत से लोगों के लिए ये मौसम एलर्जी (Monsoon Allergy) और बीमारियों की वजह भी बन जाता है। जी हां, बरसात के दिनों में छींक आना, नाक बहना, गले में खराश, खांसी, सिरदर्द, आंखों में जलन या रेडनेस जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।

इन लक्षणों के पीछे कारण हैं- हवा में मौजूद पराग कण, बढ़ी हुई नमी, फफूंद और धूल। ये एलर्जन आपकी सांस की नली और इम्यून सिस्टम को प्रभावित करते हैं और आपकी दिनचर्या को मुश्किल बना देते हैं। हालांकि, चिंता की बात नहीं है। सर गंगा राम अस्पताल, दिल्ली के कंसल्टेंट – इंटरनल मेडिसिन, डॉ. वीनस तनेजा का कहना है कि अगर आप कुछ आसान और घरेलू उपायों को अपनाएं, तो इन तकलीफों से बचा जा सकता है- वो भी बार-बार दवा लिए बिना।

एलर्जी से बचने के आसान उपाय

नमी और गंदगी से रहें दूर
सबसे पहले तो अपने आस-पास की नमी और गंदगी को कम करना जरूरी है। कोशिश करें कि घर में सीलन न बने और कमरों में पर्याप्त रोशनी और हवा आती रहे। बिस्तर और कपड़े हमेशा साफ-सुथरे रखें, और गीले कपड़ों को कमरे में न फैलाएं बल्कि धूप में सूखने दें।

एयर प्यूरीफायर और डीह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल
अगर संभव हो तो एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें, जिससे घर की हवा साफ बनी रहे। नमी कम करने के लिए डीह्यूमिडिफायर भी फायदेमंद होता है, खासकर जिन इलाकों में लगातार बारिश होती है।

गले की देखभाल जरूरी
गले में खराश या नाक बहने जैसी दिक्कत होने पर ठंडी, खट्टी या बासी चीजों से परहेज करें। गर्म और ताजा खाना खाएं जैसे कि खिचड़ी, सूप या हल्दी वाला दूध। दिन में दो से तीन बार भाप लेना भी बहुत फायदेमंद होता है, इससे नाक और गले की सफाई होती है और एलर्जन बाहर निकल जाते हैं।

गरारे करना एक और कारगर उपाय है। गुनगुने नमक वाले पानी से दिन में दो से तीन बार गरारे करें। यह न केवल एलर्जी से बचाता है बल्कि इन्फेक्शन के खतरे को भी कम करता है।

खानपान और दिनचर्या का रखें ध्यान
बारिश के मौसम में इम्युनिटी को मजबूत बनाए रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए नियमित रूप से हल्दी वाला दूध या ग्रीन टी जैसे गर्म पेय पिएं। भूखे रहना इम्युनिटी को कमजोर करता है, इसलिए संतुलित और समय पर भोजन करना न भूलें।

सावधानी ही सुरक्षा है
मास्क पहनना आज भी उतना ही जरूरी है, खासकर इस मौसम में जब हवा में धूल और पराग कण ज्यादा होते हैं। भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें और अपने चेहरे, नाक और मुंह को बार-बार न छुएं। बाहर से आने के बाद या कुछ खाने से पहले हाथ जरूर धोएं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।

अगर इन सभी उपायों के बावजूद भी एलर्जी के लक्षण बने रहते हैं, तो बिना देर किए डॉक्टर से सलाह लें। कोई भी दवा, खासकर एंटीहिस्टामिन, तभी लें जब डॉक्टर सलाह दें। खुद से बार-बार दवा लेना शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

याद रखिए, सावधानी हमेशा इलाज से बेहतर होती है। अगर आप थोड़ी सी सतर्कता बरतें और मौसम के अनुसार अपने खानपान और आदतों में बदलाव लाएं, तो आप इस मानसून को न केवल सुरक्षित बल्कि पूरी तरह से मजेदार भी बना सकते हैं।

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