अग्निकांड का मामला सुलझाने के लिए कांग्रेस ने रखी ये मांग
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बवाना इंडस्ट्रियल एरिया की पटाखा फैक्ट्री में लगी आग के कारणों की न्यायिक जांच की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि बवाना में हुए हादसे की यदि कोई भी जांच सरकार के अंतर्गत होती है तो पूरा सच सामने नही आएगा। सरकार अपने दोषी विभागों को बचाने की कोशिश करेगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने हादसा स्थल का निरीक्षण करने के बाद बताया कि मामले की मजिस्ट्रेट जांच होती है तो दिल्ली के अग्निशमन विभाग, डीएसआईडीसी जिसके अंतर्गत बवाना इंडस्ट्रियल एरिया आता है और जिसका उन्होंने पंजीकरण भी किया है, दिल्ली के प्रदूषण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, लेबर विभाग को लेकर निष्पक्ष जांच नहीं हो पाएगी।

न्यायिक जांच होती है तो निगम की कमियां भी उजागर होंगी क्योंकि बवाना इंडस्ट्रियल एरिया का क्षेत्र जितना आवंटित था उससे ज्यादा बना हुआ है। उन्होंने एमसीडी मेयर के बयान को भी असंवेदनशील बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को मेयर के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। माकन ने फैक्ट्री मजदूरों से बातचीत के आधार पर कहा कि फैक्ट्रियां बाहर से बंद थीं। जो बहुत ही खतरनाक है। इससे हादसे के समय बहुत सारे कर्मचारी झुलस गए। इन फैक्ट्रियों में अंदर से ताला बंद करके काम किया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि जो भी इस हादसे के जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। माकन ने कहा कि फैक्ट्रियों में कार्यरत मजदूरों ने बताया कि उन्हें वेतन के रूप में 5000 रुपये प्रतिमाह दिए जा रहे हैं, जबकि दिल्ली सरकार द्वारा न्यूनतम वेतन 15000 है। बवाना अस्पताल में आईसीयू यूनिट भी बंद पड़ी है।