इस दिन भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में आ रही परेशानियां हो जाती है दूर..
May 15, 2023, 3:34 PM
प्रत्येक मास में दो प्रदोष व्रत रखा जाता है। एक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन और दूसरा शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन। इस दिन भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में आ रही परेशानियां दूर हो जाती है।
हिन्दू पंचांग के अनुसार 17 मई 2023, बुधवार के दिन ज्येष्ठ मास का पहला प्रदोष व्रत रखा जाएगा। बुधवार के दिन पड़ने के कारण इसे बुध प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बुध प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और की उपासना करने से साधक को सुख-समृद्धि और दाम्पत्य जीवन खुशहाली का आशीर्वाद प्राप्त होता है। बता दें कि बुध प्रदोष व्रत के दिन मासिक शिवरात्रि व्रत भी रखा जाएगा। ऐसे में इस दिन भगवान शिव के वैदिक मंत्रों का जाप करने से और कुछ विशेष स्तोत्र का पाठ करने से साधक को बहुत लाभ मिल सकता है। शास्त्रों भगवान शिव को समर्पित शिव तांडव स्तोत्र को बहुत प्रभावशाली बताया गया है, ऐसे में इस दिन शिव तांडव स्तोत्र का पाठ जरूर करें।
बुध प्रदोष व्रत 2023 कब?
हिंदू पंचांग में बताया गया है कि ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 16 मई को रात्रि 11:36 मिनट से प्रारंभ होगी और इस तिथि का समापन 17 मई को रात्रि 10:28 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में यह व्रत 17 मई 2023, बुधवार के दिन रखा जाएगा। इस दिन पूजा मुहूर्त शाम 07:06 मिनट से रात्रि 09:10 मिनट तक रहेगा। साथ ही इस विशेष दिन पर आयुष्मान योग का भी निर्माण हो रहा है, जो राशि 09:18 मिनट तक रहेगा।