झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का चेन्नई में उपचार के दौरान हुआ निधन…

झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का चेन्नई में उपचार के दौरान निधन होने की खबर से राज्य में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर दो दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है। मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग की ओर से अत्यंत दुख के साथ सूचित किया गया है कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग में मंत्री जगरनाथ महतो का निधन गुरुवार सुबह एमजीएम अस्पताल, चेन्नई में हो गया है।
दिवंगत  मंत्री के सम्मान में राज्य सरकार की ओर से गुरुवार और शुक्रवार को दो दिवसीय राजकीय शोक मनाने का निर्णय लिया गया है। इस अवधि में उन सभी भवनों, जहां नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराये जाते हैं, पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे एवं किसी भी प्रकार के राजकीय समारोह का आयोजन नहीं किया जाएगा। हेमंत सरकार ने यह भी निर्णय लिया गया है कि राज्य सरकार के सभी कार्यालय गुरुवार को बंद रहेंगे। आधा झुका रहेगा ध्वज झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के बाद राजकीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान दो दिनों तक जिन कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है वहां पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। ऐसा दिवंगत व्यक्ति को सम्मान देने के लिए किया जाता है। झारखंड की सोरने सरकार ने इस दौरान किसी भी प्रकार का राजकीय समारोह ना करने का निर्णय किया है। हमारे टाइगर जगरनाथ दा नहीं रहे : मुख्यमंत्री जगरनाथ महतो को कोयलांचल में टाइगर नाम से जाना जाता था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर जगरनाथ महतो के निधन की सूचना देते हुए शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने लिखा है कि हमारे टाइगर जगरनाथ दा नहीं रहे। आज झारखंड ने अपना एक महान आंदोलनकारी, जुझारू, कर्मठ और जनप्रिय नेता को खो दिया है। चेन्नई में इलाज के दौरान जगरनाथ महतो का निधन हो गया। परमात्मा दिवंगत आत्म को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे। जगरनाथ जी का जाना झारखंड के लिए दुखदायी : बाबूलाल पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने शोक संवेदना में कहा है कि जगरनाथ महतो के निधन की बेहद दुखद सूचना मिली। जगरनाथ का जाना झारखंड के लिए अत्यंत दुखदायी है। राजनैतिक भिन्नताओं के बावजूद व्यक्तिगत रूप से उनकी जीवटता का मैं सदैव प्रशंसक रहा हूं। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दे।
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