जानिए शनि प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्तऔर पूजा विधि..
कार्तिक मास में पड़ने वाले प्रदोष व्रत का काफी अधिक महत्व है। इस दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और स्वास्थ्य अच्छा रहता है। जानिए शनि प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त पूजा विधि और महत्व।
पंचांग के अनुसार, हर मास के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। भगवान शिव को समर्पित यह व्रत 5 नवंबर को पड़ रहा है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि प्रदोष व्रत रखा जा रहा है। इस दिन शनिवार पड़ने के कारण इसे शनि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा। शनि प्रदोष व्रत के साथ भगवान शिव के साथ-साथ शनिदेव की पूजा करना शुभ होगा। जानिए शनि प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि।
कार्तिक शुक्ल त्रयोदशी तिथि आरंभ- शाम 5 बजकर 06 मिनट से
कार्तिक शुक्ल त्रयोदशी तिथि समाप्त- 06 नवंबर शाम 4 बजकर 28 मिनट पर
प्रदोष व्रत पूजा मुहूर्त – शाम 05 बजकर 41 मिनट से रात 08 बजकर 17 मिनट तक
