
अहोई अष्टमी का व्रत माताएं अपनी संतान की लंबी आयु उज्जवल भविष्य के लिए रखती हैं। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अहोई माता की पूजा विधिवत करती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अहोई अष्टमी के दिन इन उपायों को करना भी शुभ होता है।
हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को माताएं अपनी संतान की लंबी आयु और उज्जवल भविष्य के लिए अहोई अष्टमी का व्रत रखती हैं। इस दिन माताएं दिनभर निर्जला व्रत रखकर संतान को रक्षा की कामना करती है। इस बार अहोई अष्टमी का व्रत 17 अक्टूबर 2022 को रखा जा रहा है। अहोई अष्टमी के दिन माता अहोई की पूजा करने के साथ-साथ कुछ ज्योतिष संबंधी उपाय करना शुभ होगा। माना जाता है कि संतान प्राप्ति की कामना करने वाली माताएं इस दिन ये उपाय कर सकती हैं।
हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को माताएं अपनी संतान की लंबी आयु और उज्जवल भविष्य के लिए अहोई अष्टमी का व्रत रखती हैं। इस दिन माताएं दिनभर निर्जला व्रत रखकर संतान को रक्षा की कामना करती है। इस बार अहोई अष्टमी का व्रत 17 अक्टूबर 2022 को रखा जा रहा है। अहोई अष्टमी के दिन माता अहोई की पूजा करने के साथ-साथ कुछ ज्योतिष संबंधी उपाय करना शुभ होगा। माना जाता है कि संतान प्राप्ति की कामना करने वाली माताएं इस दिन ये उपाय कर सकती हैं।