रेणुका चौधरी मामले पर राज्यसभा में हंगामा, कांग्रेस बोली- पीएम मोदी माफी मांगें
नई दिल्ली । संसद में जारी बजट सत्र काफी हंगामेदार रहा है। आज भी राज्यसभा में कार्यवाही की शुरुआत विपक्ष के जोरदार हंगामे से हुई। कांग्रेस ने रेणुका चौधरी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गयी टिप्पणी के लिए पीएम से माफी की मांग की। जिसके बाद दोपहर 12 बजे तक कार्यवाही स्थगित कर दिया गया। उधर, लोकसभा में वर्ष 2018-19 के केन्द्रीय बजट पर सामान्य चर्चा में सांसद भाग ले रहे हैं। इसके साथ ही तेलुगू देशम पार्टी के सांसदों ने आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग की है।
दरअसल, राज्यसभा में बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के दौरान कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रेणुका चौधरी जोर-जोर से हंस रही थीं जिससे प्रधानमंत्री के भाषण में खलल पड़ रहा था। जिसपर प्रधानमंत्री मोदी ने वेंकैया नायडू से कहा, ‘सभापति जी मेरी आपसे विनती है रेणुकाजी को कुछ मत कहिए, रामायण सीरियल के बाद ऐसी हंसी सुनने का सौभाग्य आज जाकर मिला है।’ जिसके बाद रेणुका चौधरी के ठहाके रुक गए और संसद से बाहर आकर उन्होंने कहा, ‘पीएम ने व्यक्तिगत हमला किया है, वैसे भी आप उनसे और क्या उम्मीद कर सकते हैं। मैं इसका उत्तर देकर उतना गिरना नहीं चाहती हूं। किसी महिला के खिलाफ इस तरह का बयान निंदनीय है।’
इससे पहले आंध्र प्रदेश के लिए विशेष पैकेज की मांग करते हुए तेलुगू देशम पार्टी के सांसदों ने संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि संसद के दोनों सदनों में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के साथ ही राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित हो गया।
लोकसभा में पारित प्रस्ताव के अनुसार, इस सत्र में उपस्थित लोकसभा के सदस्य राष्ट्रपति के प्रति आभारी हैं कि उन्होंने 29 जनवरी 2018 को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपना भाषण दिया। लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पारित होने के बाद राज्यसभा में भी प्रधानमंत्री के भाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पारित हो गया।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने विपक्षी दल कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कश्मीर की समस्या का आरोप भी कांग्रेस के सिर मढ़ दिया। पीएम ने कहा, ‘अगर देश के पहले प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल होते तो आज कश्मीर की समस्या नहीं होती।’
लोकसभा में प्रधानमंत्री ने बोलना ही शुरू किया था कि विपक्ष की ओर से हंगामा किया जाने लगा। विपक्ष के नेताओं द्वारा ‘झूठे भाषण बंद करो-झूठे आश्वासन बंद करो’ का नारा लगाया गया। इसपर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सिर्फ विरोध के लिए विरोध करना सही नहीं है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने देश को पनपने नहीं दिया, इसलिए हमें लोकतंत्र का पाठ न पढ़ाए। आपके पापों की सजा आज पूरा देश भुगत रहा है।’