JNU की छात्रा से दुष्कर्म के प्रयास का आरोपी मुनिरका से गिरफ्तार, जानिए पूरा मामला

दिल्ली पुलिस ने 17 जनवरी को जेएनयू की छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले प्रयास के मामले को सुलझाने का दावा करते हुए 1 व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोपी जेएनयू कैंपस में ही रेल टिकट काउंटर पर काम के सिलसिले में आता जाता रहा था. आरोपी का नाम अक्षय दोलाई है, जो पत्नी और बच्चे के साथ मुनिरका में किराए पर रहता है. वह मूल रूप से 24 परगना, पश्चिम बंगाल का रहने वाला है.

क्या है मामला

डीसीपी गौरव शर्मा ने बताया कि 17/18 जनवरी की रात को जेएनयू कैंपस के अंदर एक छात्रा के साथ दुष्कर्म के प्रयास करने का मामला सामने आया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची थी और जब जांच की गई तो पता चला कि आरोपी स्कूटी पर सवार होकर आया था. जब हमने वहां पर इन गेट के रजिस्टर को चेक किया तो मालूम हुआ कि रजिस्टर में केवल कारों के नंबर की एंट्री की जाती है, बाइक व अन्य दुपहिया वाहनों की कोई एंट्री नहीं होती है. इसके बाद जांच का सारा फोकस सीसीटीवी कैमरे की फुटेज पर किया गया. इस मामले को सुलझाने के लिए साउथवेस्ट जिले के 60 से 70 पलिसकर्मियों को लगाया गया. उनकी अलग अलग टीमें बनाई गई.

पुलिस जांच में आईं चुनौतियां, 1000 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद मिली कामयाबी

डीसीपी गौरव शर्मा के अनुसार पुलिस के सामने आरोपी का कोई ठोस क्लू नहीं था. पीड़िता से जब पूछताछ की गई तो उसने आरोपी के कपड़ों के बारे में जानकारी दी थी और यह भी बताया था कि जब उसने पुलिस को कॉल करने के लिए अपने मोबाइल से बात करनी चाहिए थी, तो आरोपी ने उसके साथ मारपीट करने के बाद मोबाइल फोन छीन लिया था और वह फोन भी लेकर फरार हुआ है. जिसके बाद पुलिस उस फोन को ट्रेस करने लगी. साथ ही जेएनयू कैंपस के अंदर बाहर व आसपास लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की गई. 1000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की और उसमें आरोपी नजर भी आ गया.

मुनिरका से किया गिरफ्तार

पुलिस के अनुसार आरोपी अक्षय को रविवार को मुनिरका इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेक ट्रेस करने के बाद उसके उसे पकड़ने के लिए जाल बिछा लिया वह अपनी स्कूटी पर सवार होकर मुनिरका इलाके में पहुंचा और फिर एक घर के अंदर चला गया यह घर वहीं था जहां पर वह बतौर किराएदार रह रहा था पुलिस ने उसे दबोच लिया और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया उसके पास से पीड़िता का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है साथ ही वह स्कूटी भी बरामद कर ली गई है जिस पर सवार होकर वह जेएनयू पहुंचा था इसके अलावा 17-18 जनवरी की रात को उसने जो कपड़े पहने हुए थे वह भी बरामद कर लिए गए हैं.

सुबह पत्नी से हुआ था झगड़ा, रात को शराब पीकर पहुंचा था जेएनयू कैंपस

पुलिस का दावा है कि पूछताछ के दौरान अक्षय ने खुलासा किया कि 17 जनवरी की सुबह पत्नी से उसका झगड़ा हुआ था, जिसके बाद पत्नी दोनों बच्चों को लेकर अपने मायके चली गई. अक्षय भकाजी कामा पैलेस में एक मोबाइल शॉप में नौकरी करता है. रात को दुकान बंद करने के बाद उसने अपने मालिक के साथ शराब पी. जिसके बाद मालिक अपने घर चला गया. अक्षय भी वहां से स्कूटी पर सवार होकर निकल गया. उसने एक बियर भी पी, फिर वह जेएनयू केंपस पहुंचा.

वह जेएनयू केंपस के चप्पे-चप्पे से वाकिफ था, क्योंकि साल 2011 में जब वह दिल्ली आया था, तो जेएनयू कैंपस के अंदर स्थित रेलवे रिजर्वेशन काउंटर आता-जाता रहता था, एजेंट के तौर पर काम करता था. 17/18 जनवरी की रात को वह ईस्ट गेट से जेएनयू कैंपस के अंदर घुसा. उस रात को उसके सामने तीन लड़कियां निकली. पीड़िता भी उन तीन लड़कियों में ऐसे ही एक थी. पीड़िता उस समय जोगिंग कर रही थी.

सूनसान जगह पर दुष्कर्म का प्रयास किया

अक्षय स्कूटी से उसका पीछा करता रहा और जैसे ही पीड़िता सुनसान जगह पर पहुंची अक्षय ने उसे जबरदस्ती रोक लिया और फिर उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया. लड़की ने विरोध जताते हुए अपने मोबाइल फोन से पुलिस को कॉल करना चाहा, लेकिन अक्षय ने उसके साथ मारपीट करते हुए उसका फोन छीन लिया और फिर स्कूटी से फरार हो गया.

वह स्कूटी से वेस्ट गेट से कैंपस से बाहर निकला और फिर नेलसन मंडेला रोड की तरफ मुड़ गया. वहां पर पुलिस पिकेट लगी हुई थी, जिसे देखकर वह घबरा गया और लगभग 3 मिनट तक इंतजार करता रहा और फिर रिंग रोड की तरफ आगे बढ़ गया. ये सभी चीजें सीसीटीवी फुटेज के तौर पर पुलिस बरामद कर चुकी है.

जेएनयू में पुलिस के खिलाफ चल रहा था विरोध प्रदर्शन

डीसीपी गौरव शर्मा ने बताया कि वह खुद 4 साल तक जेएनयू में पढ़ाई कर चुके हैं. जेएनयू के पूर्व छात्र हैं. इस घटना के बाद से जेएनयू के छात्र-छात्राएं व अन्य लोग लगातार पुलिस को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और लगातार मांग कर रहे थे कि जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार किया जाए. उनका आरोप था कि दिल्ली पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है, जबकि पुलिस 24 घंटे से इस मामले को सुलझाने में लगी हुई थी और आज रविवार 23 जनवरी को ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

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