पाकिस्तान सरकार को हाफिज सईद की चुनौती, ‘दम है तो गिरफ्तार करके दिखाओ’
आतंकी संगठन जमात-उद-दावा प्रमुख और मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने पाकिस्तान सरकार को चुनौती दी है कि वह उसे गिरफ्तार करके दिखाए। इसके साथ ही उसने दोहराया है कि वह कश्मीरी लोगों के हक की लड़ाई लगातार लड़ता रहेगा। सोमवार को एक रैली को संबोधित करने के दौरान उसने ये बात कही।
हाफिज सईद ने पाक सरकार को ललकारा
इस रैली में आतंकी हाफिज सईद ने कहा, ‘अगर पाकिस्तान सरकार मुझे गिरफ्तार करना चाहती है, तो वह आए और गिरफ्तार करे। लेकिन, मुझे साल 2018 को कश्मीरियों के लिए समर्पित करने से कोई नहीं रोक सकता।’ आतंकी हाफिज यहीं नहीं रूका उसने आगे कहा, ‘अगर हम पर किसी ने दबाव बढ़ाने की कोशिश की, तो हम पहले से और ज्यादा मजबूत होंगे।’ बता दें कि अमेरिका ने हाल में ही हाफिज सईद को वैश्विक आतंकी सूची में शामिल किया है।
पूर्व पीएम नवाज शरीफ पर भी बरसा हाफिज
रैली में उसने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की भी आलोचना की। हाफिज ने कहा कि शरीफ ने कश्मीर के मुद्दे पर कोई भी स्टैंड नहीं लिया। अगर उन्होंने कश्मीर की आजादी को लेकर कुछ किया होता, तो हम उन्हें दोबारा प्रधानमंत्री चुनने का प्रयास करते। बौखलाया हाफिज सईद मीडिया कवरेज को लेकर दावा किया कि अमेरिका व भारत के दबाव के कारण हमारी मीडिया कवरेज भी पाकिस्तान में बैन कर दी गई है।
हाफिज के सिर 10 मिलियन डॉलर का इनाम
बता दें कि आतंकी हाफिज सईद को पिछले साल नवंबर तक पाकिस्तान में उसके घर में ही नजरबंद रखा गया था। अमेरिका द्वारा उसपर 10 मिलियन डॉलर का इनाम भी रखा गया है। गौरतलब है कि अमेरिका की कार्रवाई और भारत के दबाव के बाद हाफिज सईद को लेकर पाकिस्तान को भी अपने तेवर बदलने पड़े। पहले लश्कर-ए-तैयबा फिर जमात-उद-दावा पर बैन लग जाने से बौखलाया हाफिज सईद अब पाकिस्तान की राजनीति में अपने पैर पसार रहा है। उसने मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) पार्टी बनाई है। यहां तक की पाकिस्तान सरकार के विरोध के बावजूद उसने इसका दफ्तर भी लौहर में खोला हुआ है।
कौन है हाफिज सईद?
हाफिज सईद वैश्विक आतंकी घोषित किया जा चुका है। वह 26 नवंबर 2008 में मुंबई में हुई आतंकी हमले का मास्टमाइंड है। मुंबई आतंकी हमले को लेकर भारत ने पाकिस्तान को कई सबूत भी सौंपे, लेकिन पाकिस्तान ने उसपर कोई कार्रवाई नहीं की, उलटा उसका संरक्षण किया। हाफिज सईद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा का सरगना है। इन दोनों संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिससे बौखलाए हाफिज ने अब पाकिस्तान की सियासी गलियारों पर पैर पसारने की कोशिश की है। पिछले साल ही उसने मिल्ली मुस्लिम लीन नाम से पॉलिटिकल पार्टी बनाई है, जिसे वह आगामी पाकिस्तान चुनाव में मैदान में उतारने की फिराक में हैं। हालांकि पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने हाफिज की पार्टी को रजिस्टर नहीं किया है।