पंजाबी अखबार के संपादक की गिरफ्तारी काे लेकर हिंदू और सिख संगठन आए आमने सामने, जाने क्या है पूरा मामला

पंजाबी अखबार के संपादक की गिरफ्तारी काे लेकर साेमवार काे हिंदू और सिख संगठन आमने सामने आ गए। पिछले दिनों एक पंजाबी अखबार में सुखबीर बादल के माता चिंतपूर्णी देवी के मंदिर में मत्था टेकने के लिए जाने पर खबर प्रकाशित की थी। इसकाे लेकर हिंदू संगठनाें ने जगराओं बंद रखा। हालांकि बाद में अखबार के संपादक के खिलाफ धारा 295 ए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।

हिंदू संगठनों ने संपादक की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पुलिस को सोमवार तक का समय दिया था। उनकी गिरफ्तारी नहीं होने से खफा सुबह से ही हिंदू संगठनों द्वारा एकत्रित होकर शहर में रोष मार्च निकाला गया और दुकानें बंद करवाई गई। इसके बाद उन्होंने शहर का चक्कर लगाते हुए रेलवे पुल के ऊपर जाकर धरना दे दिया।

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दूसरी तरफ पंजाबी अखबार के संपादक के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे को गलत करार देते हुए 20 के करीब पंजाब भर से सिख संगठनों के सदस्य जगराओं पहुंचे। उन्होंने एसएसपी कार्यालय के समक्ष रोष प्रदर्शन किया और दर्ज किए गए मुकदमे को रद्द करवाने की मांग की। सिख संगठनों के शिष्टमंडल ने एसएसपी गुरदयाल सिंह से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा और मुकदमा रद्द करने की मांग की।

पुलिस ने किया हल्का बल प्रयोग- गिरफ्तारी की मांग कर रहे संगठनों के सदस्य जब रेलवे पुल के ऊपर बैठकर  धरना प्रदर्शन कर रहे थे तो दूसरी तरफ एसएसपी कार्यालय के बाहर सिख संगठनों के सदस्य बैठे हुए थे। दोनों पक्ष में इकट्ठे होने पर तकरार और माहौल तनावपूर्ण होने की स्थिति को मद्देनजर रखते हुए पुलिस द्वारा हिंदू संगठनों को पुल से आगे नहीं जाने दिया गया। इस पर उन्होंने नारेबाजी करनी शुरू की और पुलिस के बैरीगेट तोड़कर आगे जाने की कोशिश की तो पुलिस द्वारा उन पर हल्का बल प्रयोग भी किया गया।

 

जबरदस्ती दुकान बंद करवाने पर हुआ बवाल

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अखबार के संपादक को गिरफ्तार करवाने की मांग को लेकर हिंदू संगठनों द्वारा रोष मार्च किया जा रहा था तो अड्डा रायकोट में एक इलेक्ट्रिकल की दुकान खुली होने पर दुकान को जबरदस्ती बंद करवाने की कोशिश की गई  तो बवाल हो गया। दुकानदार ने जबरदस्ती दुकान बंद करने से साफ इनकार कर दिया। जिसके बाद संगठनों के सदस्यों द्वारा उसकी दुकान के बाहर नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस अधिकारियों के दखल देने के बाद दुकानदार द्वारा कुछ समय के लिए अपनी दुकान बंद की गई।

भारी पुलिस बल तैनात

दोनों तरफ से हो रहे प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस के भारी सुरक्षा दस्तों को तैनात किया गया।जिसकी अगुवाई एसपी (डी) बलविंदर सिंह और डीएसपी दलजीत सिंह खख कर रहे थे । रेलवे पुल के ऊपर जहां हिंदू संगठनों को कंट्रोल करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात रहे वहीं एसएसपी कार्यालय के बाहर भी सिख संगठनों के प्रदर्शन पर भी भारी पुलिस बल तैनात रहे। दोनों तरफ से पुलिस द्वारा वेरीगेट लाकर लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया था। बाद दोपहर सिख संगठनों के द्वारा एसएसपी गुरदयाल सिंह को ज्ञापन सौंपकर अपना धरना समाप्त कर देने के बाद हिंदू संगठनों को रेलवे पुल से आगे जाने की इजाजत दी गई ।

 

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