बिहार में शराबबंदी के मसले पर लालू ने उठाए सवाल तो जदयू ने कहा- प्रायश्चित की उम्र में झूठ बोलना ठीक नहीं

बिहार में शराबबंदी के मसले पर सरकार और विपक्षी दलों के बीच तनातनी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। राज्य के प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बिहार में शराबबंदी पर सवाल खड़े करते हुए दावा कर दिया कि राज्य के लाखों गरीब और दलित लोग शराबबंदी कानून के चलते जेल में हैं। उन्होंने राज्य में शराब पीने से हुई मौतों को लेकर सरकार और प्रशासन पर सवाल उठाए थे। इसके बाद सत्ताधारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने लालू के आरोप पर जवाब दिया है। जदयू के प्रवक्ता निखिल मंडल ने राजद सुप्रीमो के गणित पर सवाल उठाया है। 

शराब से अवैध इकोनामी करने वाले राजद के ही लोग

निखिल ने कहा कि लालू यादव को बिहार में शराबबंदी पर बोलने का हक नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार की जेलों में लाखों लोगों के बंद होने का उनका दावा पूरी तरह निराधार है। बिहार की जेलों में इतने कैदियों को रखने की क्षमता ही नहीं है उन्होंने कहा कि इस उम्र में झूठ नहीं बोलना चाहिए। राज्य की जेलों में केवल 46,619 कैदियों को रखने की क्षमता है और लालू केवल शराब से जुड़े मामलों में लाखों लोगों के जेल में बंद होने की बात कर रहे हैं। निखिल ने कहा कि लालू को झूठ पर झूठ बोलने की बजाय प्रायश्चित करना चाहिए। बिहार में शराब की अवैध इकोनॉमी खड़ी करने वाले लोग राजद के ही हैं।

लालू यादव ने शराबबंदी कानून पर उठाए थे सवाल

लालू ने कहा था कि राज्य में जहरीली शराब पीने से हर साल हजारों लोग मर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी राज्य में अवैध शराब के कारोबार के जरिए 20 हजार करोड़ रुपए की अवैध इकोनॉमी चला रहे हैं। शराबबंदी कानून के चलते बिहार की पुलिस भ्रष्ट और अत्याचारी बन गई है।

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