मशहूर गायिका टप्पू मिश्रा का हुआ कोरोना से निधन…

कोरोना वायरस आम लोगों के अलावा देश की कई बड़ी हस्तियों को भी अपना शिकार बना चुका है। इस खतरनाक वायरस की चपेट में आकर बहुत सी फिल्मी हस्तियों ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। अब मशहूर ओड़िया गायिका टप्पू मिश्रा का भी कोरोना वायरस की वजह से निधन हो गया है। शनिवार को उन्होंने एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली है।

टप्पू मिश्रा बीते दिनों कोरोना वायरस से संक्रमित हो गई थीं। इसके बाद से वह भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में अपना इलाज करवा रही थीं। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के अनुसार टप्पू मिश्रा ने शनिवार रात 11 बजे के करीब आखिरी सांस ली। टप्पू मिश्रा एक पार्श्व गायिका थीं, जिन्होंने ओड़िया भाषा में अपने गानों से काफी लोकप्रियता बटोरी थीं। संगीत प्रेमी उनकी गायिकी को काफी पसंद करते थे।

अंग्रेजी वेबसाइट न्यू इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार शुरुआत में टप्पू मिश्रा के पिता कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। जिसके बाद उनके पिता का निधन हो गया था। वहीं कोरोना से संक्रमित होने के बाद टप्पू मिश्रा ने खुद को आइसोलेट कर लिया था, लेकिन तबीयत में सुधार न होने के कारण उन्हें फिर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। आइसोलेशन के दौरान टप्पू मिश्रा का ऑक्सीजन लेवल 45 पहुंच गया था।

हालांकि इलाज के बाद टप्पू मिश्रा कोरोना वायरस से ठीक हो गई थीं और उन्हें दूसरे अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया था। लेकिन कोरोना से संक्रमित होने के बाद उनके स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बनी हुई थीं। उनके फेफड़ों में इंफेक्शन ज्यादा हो गया था, जिसका इलाज चल रहा था। इसके बाद उनके परिवार ने कोलकाता में भी इलाज करवाने का फैसला भी किया था।

हालांकि टप्पू मिश्रा बीच में ही जिंदगी की जंग हार गईं। आपको बता दें कि टप्पू मिश्रा ओड़िया इंडस्ट्री की बेहतरीन गायकों में से एक थीं। उन्होंने कई फिल्मों में अपने शानदार गानों से दर्शकों के दिलों को जीता था। फिल्मी गानों के अलावा टप्पू मिश्रा ने भजन भी गाए थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1995 में फिल्म ‘कुला नंदन’ से की थी, लेकिन टप्पू मिश्रा को असली पहचान ‘ना रे ना बाजना बंसी’ गाने से मिली थी। 

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