झारखंड में अनलॉक… मुख्‍यमंत्री के सुझाव मांगने पर लोगों ने दिए ये जवाब, जानिए…..

रांची, झारखंड में चल रहे आंशिक लॉकडाउन यानि स्‍वास्‍थ्‍य सुरक्षा सप्‍ताह को खत्म करने के लिए अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की जाने वाली है। इसको लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आम लोगों से सुझाव मांगे हैं। इस‍के बाद इंटरनेट मीडिया ट्विटर पर लोगों के जवाब की बाढ़ सी आ गई है। इस क्रम में लोगों ने एक से बढ़कर एक सुझाव दिए। महज 4 घंटे में 3700 से अधिक सुझाव मुख्यमंत्री तक पहुंच चुके थे। सबकी अपनी-अपनी नसीहत है। कोई लाॅकडाउन बरकरार रखने के पक्ष में है तो कोई छूट के पक्ष में। लोग स्कूल, कोचिंग और शाॅपिंग माॅल खोलने को लेकर भी मिली-जुली राय दे रहे हैं। लोगों ने जीविका का भी हवाला दिया है।

इनमें से कई लोगों ने सुझाव दिया कि अनलॉक में घर से बाहर निकलने की अनुमति उन्हें ही दी जाए जिन्होंने कोरोना का टीका ले लिया है। इसे मान लिया जाए तो निश्चित रूप से टीकाकरण की प्रक्रिया में तेजी आएगी। कई लोगों ने ऑड ईवन सिद्धांत से दुकानों को खोलने की अनुमति देने का सुझाव दिया है तो कुछ लोगों ने इसी आधार पर रोस्टर सिस्टम लागू करके दुकान खोलने की बात कही है। अधिसंख्य लोग आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना चाहते हैं। राजीव रंजन प्रसाद कहते हैं कि बच्चों के लिए संभावित खतरे को देखते हुए दुकानों को और जीवन पद्धति से खोला जाए। दर्जनों लोगों ने ई-पास व्यवस्था को खत्म कर देने का आग्रह किया है

शुभांगी कहती हैं कि अब ई पास की व्यवस्था पूरे राज्य में नहीं होनी चाहिए। प्रियंका का मानना है कि पहले 1 सप्ताह रोज कमाने खाने वाले को प्राथमिकता के साथ दुकान पूरे दिन खोलने की अनुमति दी जाए इसके बाद बड़ी दुकानों को। कुछ लोगों ने शाम 6:00 बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति देने का आग्रह किया है।

एक यूजर राकेश कुमार ने लिखा है कि अनलॉक के बाद भी आप हफ्ते में दो-दो बार करके लगातार एक महीने तक सभी बूथ को #vaccinationcentre के रूप में बदल दें तो कुछ ही महीने में #vaccination पूरा हो जाएगा और हमारा झारखंड राज्य सबसे आगे रहेगा। किसलय ने लिखा है कि नाइट कर्फ्यू लगे रहने दिया जाए। Restaurants में एक बार में 20 लोगों को बैठकर खाने की अनुमति दी जाए (और Restaurants के बाहर भीड़ न हो, इसकी responsibility owners की ही हो) या नहीं तो ऑनलाइन कार्य करने की अनुमति दी जाए। Inter state आने वाली गाड़ियों को e-pass अनिवार्य हो।

बता दें कि झारखंड में 22 अप्रैल से स्‍वास्‍थ्‍य सुरक्षा सप्‍ताह लागू किया गया है। पहले एक सप्‍ताह, फिर एक सप्‍ताह के बाद क्रमवार दो सप्‍ताह-एक सप्‍ताह कर लॉकडाउन को लगातार बढ़ाया गया। लगभग डेढ़ महीने की पाबंदियों के बाद यह 3 जून को समाप्‍त हो रहा है।

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