झारखंड में प्रचंड हुआ चक्रवाती तूफान यास, भारी बारिश से तबाही, सरकार ने हाई अलर्ट किया घोषित

रांची, प्रचंड चक्रवाती तूफान यास रात 2 बजे झारखंड में प्रवेश कर गया। इसके बाद राज्‍य में भारी बारिश हो रही है। तेज हवाओं के चलते सैंकड़ों पेड़ टूट गए हैं। कई झोपड़‍ियां और कच्‍चे मकान तहस-नहस हो गए हैं।

राजधानी रांची के अलावा राज्य के पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, बोकारो, खूंटी और रामगढ़ आदि जिले भी तूफान की चपेट में आ गए हैं। यहां लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने की चेतावनी जारी की गई है। सरकार ने हाई अलर्ट घोषित किया है। यहां देखें पल-पल के अपडेट…

मौसम विज्ञान केंद्र रांची के अनुसार चक्रवाती तूफान यास 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से झारखंड और ओडिशा के समीपवर्ती इलाके से टकाराया। इस दौरान तीन घंटों तक तेज हवाओं और भारी बारिश से जनजीवन अस्‍त-व्‍यस्‍त हो गया।

पुलिस ने जर्जर कच्चा मकान में रह रहे परिवार को शेल्टर कैंप में पहुंचाया

सिमडेगा पुलिस ने चक्रवाती तूफान यास की भयावहता को देखते हुए ओड़गा ओपी अंतर्गत ओड़गा बाजार टांड़ में जर्जर हालत में खपरैल कच्चा मकान में रह रहे एक परिवार के चार सदस्यों को सुरक्षा के ख्याल से शेल्टर कैंप में पहुंचाया। शेल्टर कैंप ओड़गा स्थित उच्च विद्यालय परिसर में बनाया गया है। यहां उन्हें भोजन सहित सभी आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।

खराब मौसम होने के कारण 23,110 लोगों का ही हुआ टीकाकरण

राज्य में खराब मौसम होने के कारण बुधवार को 23,110 लोगों का ही टीकाकरण को हो सका। इनमें 20,821 लोगों को पहली तथा 2,289 को दूसरी डोज का टीका लगा। पूर्वी सिंहभूम तथा सिमडेगा में बुधवार को टीकाकरण नहीं हो सका, जबकि सरायकेला खरसावां में महज 21 फ्रंटलाइन वर्कर्स का ही टीका हुआ। बुधवार को 57 हेल्थ केयर वर्कर्स, 724 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 16,628 युवाओं तथा 45 से अधिक आयु के 3,412 नागरिकों काे पहली डोज का टीका लगा। वहीं, 43 हेल्थ केयर वर्कर्स, 222 फ्रंटलाइन वर्कर्स तथा 45 वर्ष से अधिक आयु के 2,024 नागरिकों को दूसरी डोज का भी टीका लगा।

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