आज उड़ीसा के बंदरगाह से टकराएगा यास, झारखंड में हाई अलर्ट, कई ट्रेनें हुई रद्द

चक्रवात यास गंभीर रूप धारण कर चुका है। यह बुधवार सुबह उड़ीसा के भद्रक जिले के धमरा बंदरगाह पर दस्तक देगा। इससे पहले इस तूफान के कारण झारखंड के कई इलाकों विशेषकर कोल्हान, संताल, कोयलांचल में जमकर भारी हुई। इस दौरान तेज हवा भी चली। तूफान को देखते हुए झारखंड में हाईअलर्ट जारी किया गया है। बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। मंगलवार सुबह एनडीआरएफ की टीम ने यहां बचाव कार्य का मॉक ड्रिल किया। उधर, झारखंड से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनों को भी एहतियातन रद्द कर दिया गया। बिजली आपूर्ति भी बाधित न हो इसके लिए विभाग ने अपने कर्मचारियों और इंजीनियरों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।

राज्य में कोल्हान व संताल के अलावा सिमडेगा, खूंटी, रांची, बोकारो और धनबाद में मध्यम दर्जे की बारिश हुई। इससे पहले सुबह से ही राज्य में आउटर क्लाउड बैंड गहरा होने लगा था। शाम में तेज गति से हवा के बहाव के बीच बारिश हुई। यास के कारण संताल-कोयलांचल में सोमवार रात से ही बारिश हो रही है। धनबाद में रात में हल्की फुहारों के बाद दिन भर बादल छाए रहे। दोपहर 2.30 बजे बारिश एक बार फिर तेज हवाओं के साथ शुरू हुई, जो देर शाम तक रुक-रुक कर होती रही।

आज भी होगी बारिश

बुधवार को भी राज्य के कई इलाके में भारी बारिश होगी। मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि ओडिशा में टकराने के बाद यह तूफान 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से कोल्हान में प्रवेश करेगा। इसके चलते कोल्हान के अलवा खूंटी, सिमडेगा तथा रांची में अति भारी बारिश संभव है। इस क्रम में लोहरदगा, रामगढ़ और बोकारों में भी भारी वर्षा और 90 किमी प्रति घंटा से अधिक गति से हवा चलेगी। गुरुवार को भी रांची के अलावा सरायकेला-खरसावां, खूंटी, लोहरदगा, लातेहार, डालटनगंज, गढ़वा, सिमडेगा एवं इसके आसपास के इलाके में भारी बारिश के आसार हैं। इस दौरान 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा का बहाव भी होगा।

आश्रयस्थल में भेजे गये लोग 

यास तूफान से होने वाली तबाही की संभावना के बीच लोगों को आश्रयस्थल में भेजा गया है। पश्चिमी सिंहभूम के मनोहरपुर के इंदिरानगर के 25 परिवार को संत ऑगस्टीन स्कूल में बने आश्रय गृह में शिफ्ट किया। पूर्वी सिंहभूम में जमशेदपुर समेत अन्य जगहों को लोगों सतर्क रहने को कहा गया था। आश्रय स्थल को तैयार रखा गया है, ताकि लोगों को वहां भेजा जा सके।

कई ट्रेनें रद्द, ऑक्सीजन ट्रेंनों पर रोक नहीं

चक्रवाती तूफान के कारण दक्षिण पूर्व रेलवे जोन ने टाटानगर से दानापुर सुपर, टाटानगर-छपरा, टाटानगर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस समेत हटिया, बादामपहाड़, चक्रधरपुर व खड़गपुर की पैसेंजर ट्रेनों को 26 और 27 मई को रद्द कर दिया है। इससे बिहार, बंगाल और ओड़िशा समेत दक्षिण भारत मार्ग के यात्री परेशान होंगे। इसके साथ रद्द ट्रेनों की मियाद भी बढ़ा दी गई है।

ओडिशा में धमरा बंदरगाह के पास दे सकता है दस्तक
‘यास’ बुधवार सुबह ओडिशा के भद्रक जिले के धमरा बंदरगाह के पास दस्तक दे सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि ‘यास’ के मंगलवार शाम तक बहुत भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की और चांदबाली में सबसे ज्यादा नुकसान की आशंका है। उन्होंने कहा कि चक्रवात के दस्तक देने के छह घंटे पहले और बाद तक इसका गंभीर असर देखने को मिलेगा। वहीं, तूफान से पहले पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में तेज बारिश शुरू हो गई है। राज्यों ने भी कमर कस ली है। तटवर्ती जिलों में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है। खबर लिखे जाने तक 50,000 लोग सुरक्षित शिविरों में पहुंचाया जा चुका है। ओडिशा के पुरी, कटक, खुर्दा और जाजपुर जिले तथा पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम, पश्चिम मेदिनीपुर और उत्तरी 24 परगना जिलों में 80-90 किलोमीटर रफ्तार की हवाएं 110 किलोमीटर तक चल सकती हैं।

बिहार में दिखेगा तूफान का असर
चक्रवाती तूफान यास को लेकर पूरे राज्य में अलर्ट है। आपदा विभाग के साथ ही मौसम विभाग ने भी लोगों से घरों में रहने और सावधानी बरतने की अपील की है। बंगाल की खाड़ी से झारखंड होता हुआ तूफान बुधवार को राज्य के दक्षिणी हिस्से से प्रवेश करेगा। इन्हीं इलाकों में इसका सबसे ज्यादा असर दिखेगा। यास का असर मंगलवार दोपहर से ही पूरे राज्य में दिखने लगा। खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, जमुई, नवादा, मुंगेर, पटना के मोकामा और सुपौल में हल्की हवा के साथ छिटपुट बारिश भी हुई। अन्य इलाकों में भी बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने प्रदेश के हर हिस्से के लिए 30 मई तक के लिए अलर्ट जारी किया है।

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