झारखंड: त्रिपक्षीय वार्ता में पाइप शिफ्टिंग कराने पर बनी सहमति

झरिया-लोदना, लोदना मस्जिद पट्टी में शनिवार को पिट वाटर के मेन पाइप के रूट बदलने को लेकर दो पक्षों में भिड़ंत के बाद प्रबंधन ने सुरक्षा कारणों से काम बंद कर दिया था। मंगलवार को लोदना कोलियरी में सुरक्षा अधिकारी दिनेश कुमार मीणा के साथ दोनों पक्षों की वार्ता हुई।

वार्ता में लिखित समझौता के बाद प्रबंधन ने बुधवार से काम शुरू करने पर सहमति जताई। दोनों पक्षों में तनाव के कारण मस्जिद पट्टी के समीप कंपनी के लोग ही पाइप खोलने व लगाने का काम करेंगे। ताकि किसी को बोलने का मौका नहीं  मिले

दूसरी ओर काम नहीं होने के कारण क्षेत्र के कुछ मोहल्लों में छठा दिन भी पिट वाटर की आपूर्ति नहीं हो पाई। वार्ता में दोनों पक्षों के लोगाें ने अपनी-अपनी समस्या प्रबंधन के समक्ष रखी। मस्जिद पट्टी के लाला वली इमाम, नईम अंसारी, आबिद अली ने बताया कि चार इंच के पाइप से मोहल्ले में जलापूर्ति की जाती है। पाइप काफी जर्जर हो गया है। कई जगह पर पाइप से अवैध कनेक्शन भी किया हुआ है। इस कारण मोहल्ले में पानी नही पहुंचता है। प्रबंधन ने पाइप की मरम्मत व जल्द नया पाइप लगाने का आश्वासन दिया। वहीं लोदना इस्लामपुर के नौशाद आलम, प्रजा पासवान, सगीर ने बताया कि आठ नंबर की टंकी से कई मुहल्लों में पानी आपूर्ति की जाती है। कई जगहों पर पाइप के क्षतिग्रस्त व अवैध कनेक्शन के कारण मुहल्लों में पानी नहीं पहुंच पाता है। लोदना के जीएम से पूर्व में वार्ता के दौरान सहमति बनी थी कि नीचे चार नंबर के समीप एक वल्व लगाकर चार इंच पाइप का एक कनेक्शन इस्लामपुर की  टंकी में दिया जाएगा। यहां से बच्चू सेन्टर, शिवमंदिर , केशव नगर व धमंडी पट्टी समेत आधा दर्जन मोहल्लों में पिट वाटर की आपूर्ति की जाएगी। चार इंच पाइप भी मंगाया गया। इस्लामपुर के समीप टंकी में लगा दिया गया। लेकिन कनेक्शन नहीं हो पाया। लोगों ने जल्द पाइप बिछाकर कनेक्शन करने की मांग की। प्रबंधन ने इस काम को भी जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया। बुधवार से काम करने पर प्रबंधन ने सहमति जताई । मौके पर अभियंता टीके दूबे, सलाउद्दीन, मल्लू सिंह, मुकेश पासवान, सुनील पासवान आदि थे। 

उत्पादन नहीं होने से क्षेत्र के विकास पर नहीं दिया जा रहा ध्यान : 

लोगों ने प्रबंधन को पानी के अलावा क्षेत्र की अन्य समस्याओं से भी अवगत कराया। कहा कि जब कोलियरी में कोयला का उत्पादन होता था। प्रबंधन क्षेत्र की समस्याओं को सूनता था। उसका समाधान भी करता था। लेकिन जब से कोलियरी में कोयला का उत्पादन बंद हुआ। कोई सुनने वाला नहीं है। कोलियरी के अधिकारियों का भी यहीं कहना है। जब क्षेत्र में काम के लिए पाइप, नट बोल्ट व अन्य समान मांगा जाता है। वरीय अधिकारी बिना उत्पादन वाले कोलियरी क्षेत्रों की अनदेखी करते हैं।नीचे स्तर के अधिकारियों को काम कराने में समस्या आती है। हालांकि देर से सामानों की आपूर्ति कर दी जाती है।

वर्जन

दोनों पक्षों की ओर से काम के दौरान किसी तरह का हंगामा नहीं करने पर लिखित समझौता वार्ता में हुआ। बुधवार से काम शुरू होगा। क्षेत्र में पिट वाटर की समस्या से जल्द लोगों को निजात मिलेगी।

– दिनेश कुमार मीणा, सुरक्षा अधिकारी एकीकृत जयरामपुर कोलियरी।

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