बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम को लगाया एक प्रिंसिपल में करारा झटका, 13 साल की बालिका की टीसी पर चरित्र के कालम में भर दिया झगड़ालू प्रवृति  

anchor—जहां एक ओर प्रधानमंत्री की प्राथमिकता वाली केंद्र सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को लेकर सरकार गंभीर है वहीं यूपी के हरदोई में सरकार की इस मुहिम को करारा झटका लगा है।एक निजी विद्यालय प्रबंधन ने अपने विद्यालय से दूसरे विद्यालय में एडमिशन लेने के लिए टीसी मांगने से नाराज होकर आठवीं पास छात्रा के चरित्र प्रमाण पत्र पर झगड़ालू प्रवृत्ति की लड़की होना लिख दिया।
लिहाजा एडमिशन कराने को लेकर यह बालिका अब अधिकारियों की चौखट पर भटकने को मजबूर है अपर जिलाधिकारी के यहां पहुंचे बालिका की शिकायत पर अपर जिलाधिकारी ने बालिका का करैक्टर सर्टिफिकेट को सही लिखा है साथ ही निजी विद्यालय प्रबंधन की मनमानी को लेकर मान्यता रद्द करने के आदेश बीएसए को दिए हैं।
Vo –1 -मामला उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के कस्बा बेनीगंज का है जहां थाना बेनीगंज के गांव सिकंदरपुर की रहने वाली छात्रा शिखा देवी ने अपर जिलाधिकारी विमल अग्रवाल के कार्यालय पहुंच कर आरोप लगाया की उसने कस्बा बेनीगंज में नर्सरी से कक्षा 8 तक की पढ़ाई कस्बे के तारा देवी बालिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय नई बाजार बेनीगंज में पूर्ण की थी लेकिन उसके टीसी मांगने पर विद्यालय प्रबंधन ने चरित्र प्रमाण पत्र पर झगड़ालू प्रवृत्ति का होना लिख दिया है
लड़की के बाबा बाबूराम ने बताया कि उसके परिवार की माली हालत ठीक नहीं है लिहाजा निजी स्कूल से हटवाकर वह अपनी पोती का एडमिशन गांधी इंटर कॉलेज बेनीगंज में कराना चाहता था लेकिन विद्यालय प्रबंधन उसी विद्यालय में पड़ने का दबाव बना रहा था जिसको उन लोगों ने इनकार कर दिया जिसके बाद नाराज विद्यालय प्रबंधन ने उनकी बेटी के चरित्र प्रमाण पत्र पर झगड़ालू प्रवृत्ति की होना लिख दिया वह लोग जब प्रमाण पत्र लेकर गांधी इंटर कॉलेज पहुंचे तो प्रधानाचार्य ने एडमिशन करने से मना कर दिया
लिहाजा दोनों बाबा पोती अपर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और मामले की शिकायत की अपर जिलाधिकारी विमल अग्रवाल के मुताबिक मामला बेहद ही निंदनीय है और बालिका के चरित्र प्रमाण पत्र को उन्होंने सही कर दिया है और उसका एडमिशन गांधी इंटर कॉलेज में कराया जा रहा है साथ ही अपने स्कूल में एडमिशन ना करने को लेकर मनमानी जताने वाले विद्यालय प्रबंधन की मान्यता रद्द करने के लिए उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को आदेश दिए हैं।
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