
मध्य प्रदेश में जबलपुर का आकाशवाणी प्रसारण केंद्र करीब 13 घंटे शांत रहा। सभी के मन में यही असमंजस रहा कि आखिर क्यों इस आकाशवाणी केंद्र से किसी भी कार्यक्रम का प्रसारण नहीं हुआ। तो आपको बता दें कि, बीते 15 मार्च की सुबह कुछ चोर केंद्र में सप्लाई होने वाले ट्रांसमिशन फीडर का तार ही काट ले गए। हैरानी की बात यह है कि चोरों ने जिस पोल को अपना निशाना बनाया है वह माढ़ोताल थाने से 400 मीटर की दूरी पर स्थित है। ऐसे में पुलिस की रात्रि गश्त पर सवाल भी खड़े हो गए हैं। इसी मामले में दूसरी बात यह भी सामने आई है कि, जब इस चोरी की घटना की शिकायत लेकर आकाशवाणी केंद्र के अधिकारी माढ़ोताल पुलिस थाने पहुंचे तो उन्होंने एफआईआर ही दर्ज नहीं की। इसके बाद वे आईजी से शिकायत करने पहुंचे थे।

जानकारी के अनुसार, चोरी की यह घटना करमेता स्थित आकाशवाणी प्रसारण केंद्र के पास हुई, जहाँ कुछ चोर 15 मार्च की सुबह 3.53 बजे एक ट्रांसमिशन फीडर का तार चोरी कर ले गए। ऐसे में आकाशवाणी जबलपुर केंद्र का प्रसारण करीब 13 घंटे ठप रहा। हैरानी की बात यह रही कि जब केंद्र के अधिकारी थाना माढ़ोताल में चोरी की शिकायत दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने एफआईआर ही नहीं दर्ज की। मामले में जानकारी देते हुए आकाशवाणी के सुरक्षा अधिकारी पीएल मर्सकोले ने बताया कि, इस घटना से पहले भी चार बार चोरी हो चुकी है लेकिन पुलिस आज तक आरोपी नहीं पकड़ सकी है।
कई बार हो चुकी है चोरी, पुलिस नहीं करती कोई कार्रवाई
मर्सकोले ने कहा कि, हर बार की घटना हमारे सीसीटीवी में कैद हुई है। इसके बावजूद भी पुलिस न तो रात में गश्त करती है और न ही कोई कार्रवाई करती है। जबकि हम उन्हें हर बार घटना के फुटेज भी उपलब्ध कराते हैं। जब इस मामले में स्थानीय पुलिस द्वारा कोई भी एक्शन नहीं लिया गया तो हमने पुलिस विभाग के आईजी भगवत सिंह चौहान से मिलकर 16 मार्च को शिकायत की है। तब जाकर माढ़ोताल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।